बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण दावोस में होने वाली वार्षिक बैठक में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (World Economic Forum) की ओर से ‘क्रिस्टल अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया. दीपिका पादुकोण ने इवेंट में डिप्रेशन संग अपनी जंग के बारे में बात की. दीपिका पादुकोण ने कहा कि लोगों को डिप्रेशन और तनाव को भी दूसरी बीमारियों की तरह समझमा चाहिए तथा इसका इलाज हो सकता है.
ये अवॉर्ड दीपिका पादुकोण को मेंटल हेल्थ के बारे में जागरूकता फैलाने और इसका नेतृत्व करने के लिए दिया गया है. दीपिका पादुकोण यह अवॉर्ड 20 जनवरी 2020 को मार्टिन लूथर दिवस पर प्रदान किया गया. पुरस्कार प्राप्त करते समय, दीपिका पादुकोण ने कहा कि मेरी लव और हेट रिलेशनशिप ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है और मैं इससे पीड़ित हर किसी को बताना चाहता हूं कि आप अकेले नहीं हैं.
फोरम ने दीपिका के बारे में क्या कहा?
स्विटजरलैंड के दावोस में हुए समारोह के दौरान इस अवॉर्ड को पाने वाली दीपिका पादुकोण एकमात्र भारतीय अभिनेत्री रहीं. दीपिका पादुकोण का नाम चयन किए जाने के बाद फोरम की ओर से कहा गया था कि साल 2014 में दीपिका को अपने डिप्रेशन के बारे में पता चला था. उन्होंने इससे छुटकारा पाने के लिए प्रोफेशनल मदद ली थी. उन्होंने जून 2015 में स्ट्रेस, टेंशन, डिप्रेशन का अनुभव करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को आशा देने हेतु ‘द लाइव लव लाफ फाउंडेशन’ की स्थापना की थी. फाउंडेशन के कार्यक्रमों और पहलों में राष्ट्रव्यापी जन जागरूकता तथा इससे संबंधित अभियान, किशोर मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, ग्रामीण समुदायों में चिकित्सा हेतु आर्थिक सहयोग जैसी और भी कई सारी चीजें शामिल हैं.
क्रिस्टल अवॉर्ड क्यों दिया जाता है?
क्रिस्टल अवार्ड्स 2020 के विजेताओं में दीपिका पादुकोण, कलाकार थिएस्टर गेट्स, कोरियोग्राफर जिन जिंग और कलाकार लिनेट वालवर्थ शामिल हैं. सभी चार विजेताओं ने अपने तरीके से दुनिया में एक समावेशी और स्थायी बदलाव लाने में योगदान दिये हैं.
नाम
दीपिका पादुकोण
थिएस्टर गेट्स
शिकागो के कलाकार को स्थायी समुदाय बनाने में उनके नेतृत्व के लिए क्रिस्टल अवार्ड 2020 से सम्मानित किया गया.
जिन जिंग
चीन के जिन जिंग ने समावेशी सांस्कृतिक मानदंडों को आकार देने के लिए क्रिस्टल अवार्ड 2020 जीता.
लिनेट वालवर्थ
लिनेट वालवर्थ को भूले हुए समुदायों के बारे में समावेशी, अमर कथाओं और बहु-मीडिया कला बनाने में उनके नेतृत्व हेतु यह अवार्ड दिया गया.
अवसाद (डिप्रेशन) क्या है?
अवसाद (डिप्रेशन) का तात्पर्य मनोविज्ञान के क्षेत्र में मनोभावों संबंधी दुख से होता है. अवसाद की अवस्था में व्यक्ति स्वयं को लाचार और निराश महसूस करता है. अवसाद के भौतिक कारण भी अनेक होते हैं. इनमें कुपोषण, आनुवांशिकता, हार्मोन, मौसम, तनाव, बीमारी, नशा, अप्रिय स्थितियों में लंबे समय तक रहना आदि प्रमुख हैं.
अवसाद अक्सर दिमाग के न्यूरोट्रांसमीटर्स की कमी के वजह से भी होता है. न्यूरोट्रांसमीटर्स दिमाग में पाए जाने वाले रसायन होते हैं जो दिमाग एवं शरीर के विभिन्न हिस्सों में तारतम्यता स्थापित करते हैं. मनोविश्लेषकों के मुताबिक प्राकृतिक तौर पर महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा अवसाद की शिकार कम बनती हैं.
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