Wednesday, January 29, 2020

GK in Hindi Questions Answers, General Knowledge in Hindi

प्रशन 1. भारत में सबसे लम्बी सड़क है?
उत्तर : जी. टी. रोड

प्रशन 2. भारत सर्वाधिक शिक्षित राज्य है?
उत्तर : केरल

प्रशन 3. शरीर के किस अंग में यूरिया बनता है?
उत्तर : लिवर

प्रशन 4. “इंकलाब जिंदाबाद” का नारा सर्वप्रथम किसने दिया था?
उत्तर : सरदार भगत सिंह

प्रशन 5. भारत का सर्वोच्च पुरस्कार कौन सा है?
उत्तर : भारत रत्न

प्रशन 6. भारत के संविधान को बनाने के लिए गठित संविधान सभा के अध्यक्ष कौन थे?
उत्तर : श्री डॉ. राजेंद्र प्रसाद

प्रशन 7. भारतीय फ़िल्म अभिनेता, ‘शत्रुध्न सिन्हा’ किस राज्य से सम्बंधित हैं?
उत्तर : बिहार

प्रशन 8. अलीगढ़ किस उत्पाद के लिए मसहूर है?
उत्तर : ताले बनाने के लिए

प्रशन 9. किस भारतीय राज्य में “विशाखापट्टनम” बन्दरगाह स्थित है?
उत्तर : आंध्रप्रदेश

प्रशन 10. हमारे सौर परिवार मैं कितने ग्रह है?
उत्तर : 8 (आठ)

प्रशन 11. भारत का राष्ट्रीय पुष्प क्या है?
उत्तर : कमल

प्रशन 12. शिक्षक दिवस कब मनाया जाता है?
उत्तर : 5 सितम्बर

प्रशन 13. जापान पर परमाणु बम कब गिराया गया था?
उत्तर : सन् 1945

प्रशन 14. विश्व युद्ध कब लड़ा गया था ?
उत्तर : 1914-1918 ई.

प्रशन 15. भारत के राष्ट्रगान “जन गण मन” के रचयिता कौन थे?
उत्तर: श्री रवीन्द्रनाथ टैगोर

प्रशन 16. विख्यात महाकाव्य “महाभारत” के रचयिता कौन थे ?
उत्तर : श्री वेदव्यास

प्रशन 17. किन दो स्थानों के बीच हिमसागर एक्सप्रेस चलती है?
उत्तर : जम्मू से कन्याकुमारी

प्रशन 18. “जनरल” किस सेना का एक अधिकारी पद है?
उत्तर : थल सेना

प्रशन 19. भारत के किस राज्य में पवित्र तीर्थस्थल “अमरनाथ” स्थित है?
उत्तर : जम्मू एवं कश्मीर

प्रशन 20. विख्यात पर्यटन-स्थल “गुलमर्ग” भारत के किस क्षेत्र में स्थित है?
उत्तर : कश्मीर

प्रशन 21. रेल पथ के नैरो गेज की चौड़ाई कितनी होती है?
उत्तर : 2′ 6″

प्रशन 22. किस देश को “उगते हुए सूरज की भूमि” कहाँ जाता है?
उत्तर : जापान

प्रशन 23. कौन सा शहर मध्य प्रदेश की राजधानी है?
उत्तर : भोपाल

प्रशन 24. कौन सा शहर अफगानिस्तान की राजधानी है?
उत्तर : काबुल

प्रशन 25. कौन सा शहर जापान की राजधानी है?
उत्तर : टोकियो

प्रशन 26. किस जानवर को रेगिस्तान का जहाज़ कहा जाता है?
उत्तर : ऊँट

प्रशन 27. किस वर्ष में महात्मा गांधी का जन्म हुआ था?
उत्तर : सन् 1869

प्रशन 28. रेल पथ के मीटर गेज की चौड़ाई कितनी होती है?
उत्तर : 1 मीटर

प्रशन 29. विश्व का सबसे बड़ा महाद्वीप कौन सा देश है?
उत्तर : एशिया

प्रशन 30. विश्व का सबसे बड़ा देश कौन सा देश है?
उत्तर : रूस (Russia)

प्रशन 31. विश्व का सबसे लम्बा पशु कौन सा है ?
उत्तर : जिराफ़

प्रशन 32. विश्व का सबसे ऊँचा पर्वत शिखर कौन सा है?
उत्तर : एवरेस्ट

प्रशन 33. भारतीय गणराज्य के प्रथम राष्ट्रपति कौन थे?
उत्तर : श्री डॉ. राजेन्द्र प्रसाद

प्रशन 34. माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाला प्रथम व्यक्ति कौन था ?
उत्तर : तेन्जिंग नॉरगे, एडमंड हिलेरी

प्रशन 35. कारगिल कस्बा किस राज्य में है?
उत्तर : जम्मू एवं कश्मीर

प्रशन 36. पानीपत का प्रथम युद्ध किस के बीच लड़ा गया था?
उत्तर : बाबर और इम्ब्राहिम लोदी के बीच

प्रशन 37. अजमेर किस सूफी सन्त से सम्बंधित है ?
उत्तर : ख्वाजा मोईनुद्दीन चिस्ती

प्रशन 38. किस मुगल राजा ने धार्मिक संप्रदाय “दीन-ए- इलाही” की स्थापना की?
उत्तर : अकबर

प्रशन 39. मानसून हवाएँ कौन सी होती है?
उत्तर : वर्षा ऋतु की हवाएँ

प्रशन 40. रूस में साइबेरिया पूरे विश्व में किस लिए प्रसिद्ध है?
उत्तर : इसकी अत्यधिक ठण्डी जलवायु के लिए

प्रशन 41. पृथ्वी पर सबसे बड़ा वृत्त है?
उत्तर : भूमध्य रेखा

प्रशन 42. किस भारतीय नेता को “भारत का लौह पुरुष” के नाम से जाना जाता है?
उत्तर : श्री सरदार वल्लभ भाई पटेल

प्रशन 43. कन्याकुमारी में रॉक मेमोरियल (शैल स्मारक) को किसकी स्मृति में समर्पित किया गया?
उत्तर : स्वामी विवेकानन्द

प्रशन 44. जलियाला वाला बाग किस शहर में स्थित है?
उत्तर : अमृतसर

प्रशन 45. भारत का राष्ट्रीय पक्षी कौन सा है?
उत्तर : मोर

प्रशन 46. “जय जवान, जय किसान” का नारा किसने दिया था?
उत्तर : लाल बहादुर शास्त्री

प्रशन 47. प्रसिद्ध उद्दरण ‘सरकार जनता की, जनता द्वारा, जनता के लिए’ किसने दिया था?
उत्तर : अब्राहम लिंकन

प्रशन 48. बोधगया किस धर्म से सम्बंधित है?
उत्तर : बौद्ध धर्म

प्रशन 49. सिख धर्म के संस्थापक कौन थे?
उत्तर : गुरुनानक देव

प्रशन 50. भारत में सबसे पहली रेलगाड़ी कब चली थी?
उत्तर : 16 अप्रैल, 1853. 

 


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Posted By :- ✍ Rudra Tripathi

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Friday, January 24, 2020

आईसीजे का अहम फैसला: रोहिंग्या मुसलमानों की सुरक्षा हेतु तत्काल कदम उठाए म्यांमार

अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) ने 23 जनवरी 2020 को एक महत्वपूर्ण आदेश में म्यांमार से रोहिंग्या आबादी को सुरक्षा देने हेतु कहा है. कोर्ट ने मुस्लिम समुदाय को उत्पीड़न से बचाने के लिए म्यांमार को तत्काल उपाय करने का निर्देश दिया है. इस आदेश को सुनने हेतु पूरी दुनिया से रोहिंग्या हेग पहुंचे थे.

कोर्ट ने म्यांमार सरकार से कहा है कि वे रोहिंग्या समुदाय को सैनिको के अमानवीय जुल्म से बचाने तथा जबरन अपना घर छोड़ने हेतु मजबूर किए जाने जैसी घटनाओं को तुरंत रोके. कोर्ट ने कहा कि म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों के विरुद्ध किए गए नरसंहार के आरोपों पर फैसला देने हेतु वे प्रथम दृष्टया अधिकार क्षेत्र है तथा उसका आदेश बाध्यकारी है.

अंतरराष्ट्रीय अदालत का यह आदेश अफ्रीकी देश गांबिया की याचिका पर आया है. इसने मुस्लिम देशों के संगठनों की ओर से याचिका दायर की थी और म्यांमार पर रोहिंग्या का जनसहांर करने का आरोप लगाया था. म्यांमार में रोहिंग्या समुदाय के लोगों के हुए नरसंहार को संयुक्त राष्ट्र के 1948 के अंतरराष्ट्रीय समझौते का स्पष्ट उल्लंघन कहा गया था.

रोहिंग्या पर आईसीजे का फैसला

• 17-न्यायाधीशों वाली आईसीजे पीठ ने एक सर्वसम्मत फैसले में कहा कि उसका मानना ​​है कि रोहिंग्या खतरे में हैं और उनकी सुरक्षा के लिए कदम उठाए जाने चाहिए.

• कोर्ट द्वारा दिये गए आदेश में कहा गया कि म्यांमार सरकार रोहिंग्या समुदाय की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाए.

• पीठासीन न्यायाधीश अब्दुलकावी यूसुफ ने म्यांमार को चार महीने के भीतर इसकी रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है. साथ ही प्रत्येक छह महीने पर म्यांमार अपनी रिपोर्ट तब तक सौंपता रहेगा जब तक यह मामला पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता.

• कोर्ट ने कहा कि म्यांमार सरकार हिंसा रोकने के लिए सरकार सेना और अन्य हथियारबंद संगठनों पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करे.

गांबिया की याचिका
अफ्रीकी देश गांबिया ने 57 देशों के इस्लामिक सहयोग संगठन की ओर से आईसीजे में रोहिंग्या समुदाय पर म्यामांर में हो रहे जुल्म को लेकर अपील की थी. गांबिया के कानूनी विशेषज्ञों ने आईसीजे में यह मामला नवंबर 2019 में रखा था तथा कोर्ट से दखल देने की अपील की थी.

अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के बारे में

अंतरराष्ट्रीय न्यायालय दो या इससे ज्यादा देशों के बीच के विवादों को निपटाने हेतु सबसे बड़ी अदालत है. यह संयुक्त राष्ट्र का प्रमुख न्यायिक अंग है जो हेग (नीदरलैंड्स) के पीस पैलेस में स्थित है. इसमें 193 देश शामिल हैं और इसके वर्तमान अध्यक्ष अब्दुलकावी अहमद यूसुफ हैं. अंतरराष्ट्रीय न्यायालय की स्थापना साल 1945 में संयुक्त राष्ट्र के चार्टर द्वारा की गई और अप्रैल 1946 में इसने काम करना शुरू किया था.

म्यांमार में एक अनुमान के अनुसार करीब 10 लाख रोहिंग्या मुसलमान हैं. इन मुसलमानों के बारे में कहा जाता है कि वह मुख्य रूप से अवैध बांग्लादेशी प्रवासी हैं. इन्हें सरकार ने नागरिकता देने से इनकार कर दिया है. हालांकि रोहिंग्या म्यामांर में पीढ़ियों से रह रहे हैं. रखाइन स्टेट में साल 2012 से सांप्रदायिक हिंसा जारी है. इस हिंसा में बहुत से लोग विस्थापित हुए हैं. रोहिंग्या मुसलमान आज भी बड़ी संख्या में जर्जर कैंपो में रह रहे हैं. रोहिंग्या मुसलमानों को व्यापक पैमाने पर भेदभाव तथा दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता है. लाखों की संख्या में बिना दस्तावेज़ वाले रोहिंग्या बांग्लादेश में रह रहे हैं.

पृष्ठभूमि

म्यांमार सेना ने साल 2017 में रोहिंग्या पर अत्याचार किए थे. इसके चलते करीब 07 लाख 30 हजार रोहिंग्या देश छोड़कर बांग्लादेश सीमा पर आ गए थे. ये लोग यहां कैंपों में रह रहे थे. जांचकर्ताओं ने कहा था कि सेना ने रोहिंग्याओं के नरसंहार हेतु अभियान चलाया था. म्यांमार की सेना पर रोहिंग्या मुसलमानों पर अत्याचार के दौरान मारने और भड़काने का आरोप है. हालांकि, म्यांमार ने आरोपों को खारिज कर दिया है.

केंद्र सरकार ने सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार 2020 के विजेताओं की घोषणा की

गृह मंत्रालय ने 23 जनवरी 2020 को सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार 2020 के विजेताओं की घोषणा की. उत्तराखंड के आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र और भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी के मुन्नन सिंह को आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार हेतु चुना गया है.

उत्तराखंड (संस्था श्रेणी में) और कुमार मुन्नन सिंह (व्यक्तिगत श्रेणी) को आपदा प्रबंधन में उनके सराहनीय कार्य के लिए सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार हेतु चुना गया है. इस पुरस्कार की घोषणा प्रति वर्ष 23 जनवरी को सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर की जाती है.

उद्देश्य

इस पुरस्कार का उद्देश्य आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में भारत में व्यक्तियों और संस्थानों द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों को पहचानना है. सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार के द्वारा उन व्यक्तियों तथा संस्थानों को सम्मानित किया जायेगा जिन्होंने ने आपदा प्रबंधन में देश में बेहतरीन काम किया है. इस वर्ष पुरस्कार प्रदान करने की योजना को अधिक लोकप्रियता मिली है. पुरस्कारों के लिए नामांकन 01 अगस्त 2019 से शुरू हुआ था. नामांकन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 15 अक्टूबर 2019 थी.


आपदा शमन और प्रबंधन केंद्र, उत्तराखंड: उत्तराखंड सरकार के अंतर्गत राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कार्यों का निर्वहन आपदा शमन एवं प्रबंधन केंद्र (डीएमएमसी) करता है. यह 2006 में स्थापित किया गया था. तब से, इसने साल 2010, साल 2012 और साल 2013 में आपदा की प्रमुख घटनाओं के बाद समन्वय, सूचना के आदान-प्रदान और मीडिया ब्रीफिंग से संबंधित विभिन्न कार्यों को पूरा किया है.

कुमार मुन्नन सिंह: कुमार मुन्नन सिंह को साल 2004 में हिंद महासागर सुनामी के दौरान उनके सराहनीय कार्यों के बाद साल 2005 में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के संस्थापक सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया था. एनडीएमए में, उन्होंने अपनी विशिष्ट विशेषज्ञ आपदा मोचन बल, राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल को स्थापित करने हेतु श्रमसाध्य प्रयासों की शुरुआत की.

पुरस्कार सम्मान
संस्था के विजेता होने की स्थिति में, उसे एक प्रमाणपत्र तथा 51 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा. यह नकद पुरस्कार केवल आपदा प्रबंधन से संबंधित गतिविधियों हेतु विजेता संस्था द्वारा उपयोग किया जाएगा. विजेता के व्यक्तिगत होने के मामले में, उसे प्रमाणपत्र तथा पांच लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा.

इस पुरस्कार के लिए संस्थानों और व्यक्तियों से लगभग 330 नामांकन प्राप्त हुए थे. पुरस्कार के चयन हेतु दो उच्च स्तरीय समितियों द्वारा नामांकन की घोषणा की गई थी. साल 2019 के लिए, गाजियाबाद स्थित राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 8वीं बटालियन को आपदा प्रबंधन में अपने सराहनीय कार्य के लिए पुरस्कार हेतु चुना गया था.

भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक में भारत 80वें स्थान पर, जानिए पाकिस्तान किस स्थान पर 

ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल ने 23 जनवरी 2020 को इस सूचकांक को 2019 में एकत्र किए गए आंकड़ों के आधार पर लॉन्च किया है. भारत भ्रष्ट देशों की सूची में दो स्थान फिसल गया है. भारत 180 देशों की सूची में 80वें पायदान पर है. भारत साल 2018 में 78वें स्थान पर था.

ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल ने दावोस में विश्व आर्थिक मंच की सालाना बैठक के दौरान इस सूचकांक को जारी किया है. इस सूची में डेनमार्क और न्यूजीलैंड संयुक्त रूप से शीष पर बने हुए हैं. डेनमार्क और न्यूजीलैंड सबसे ईमानदारी वाले देश हैं. इस सूची में सार्वजनिक क्षेत्र के भ्रष्टाचार के मामलों में 180 देशों को रखा गया था.

रिपोर्ट से संबंधित मुख्य तथ्य

• इस सूची में भारत 41 अंकों के साथ 80वें स्थान पर है. इस स्थान पर भारत के साथ ही चीन, बेनिन, घाना और मोरक्को भी बने हुए हैं.

• भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान सूची में 120वें स्थान पर है. यह पाकिस्तान में अधिक भ्रष्टाचार को दर्शाता है.


• इस सूचकांक में फिनलैंड, सिंगापुर, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, नॉर्वे, नीदरलैंड, जर्मनी तथा लक्जमबर्ग शीर्ष दस में शामिल रहे हैं.

• इस सूची में श्रीलंका 93वें स्थान पर है. रिपोर्ट के अनुसार, नेपाल से भी ज़्यादा भष्ट्राचार बांग्लादेश में है. बांग्लादेश 146वें स्थान पर है. नेपाल इस सूची में 113वें स्थान पर है.
• भारत साल 2017 के इंडेक्स में 40 अंक के साथ 81वें स्थान पर था. भारत इससे पहले साल 2016 में इस इंडेक्स में 79वें स्थान पर था.
वैश्विक भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक 2019 के शीर्ष 10 देश

रैंक

देश


1

डेनमार्क, न्यूजीलैंड

87

3

फिनलैंड

86

4

सिंगापुर, स्वीडन, स्विट्जरलैंड

85

7

नॉर्वे

84

8

नीदरलैंड
82

9

जर्मनी

80

9

लक्जमबर्ग

80

11

78

12

ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, कनाडा, यूके

77

16

हॉगकॉग

76

रिपोर्ट का उद्देश्य 

रिपोर्ट का मुख्य उद्देश्य राजनीतिक शक्ति पर जांच और संतुलन बनाए रखने वाली संस्थाओं को मजबूत रखना, भ्रष्टाचार विरोधी कानून को मजबूती देना तथा नागरिकों एवं समाज को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है.

औसत स्कोर 43

वैश्विक भ्रष्टाचार धारणा सूचकांक के अनुसार, दो-तिहाई देशों का स्कोर 50 से कम है तथा औसत स्कोर 43 है. साल 2012 से लेकर अब तक केवल 22 देशों ने भ्रष्टाचार को कम किये है. इसमें एस्टोनिया, ग्रीस और गुयाना शामिल है. इस रिपोर्ट के अनुसार, 21 देशों के स्कोर में गिरावट दर्ज की गई है. इसमें ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और निकारागुआ शामिल है.

भारत के गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि पर आधारित सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी 

26 जनवरी को पूरे देश में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है. सशस्त्र बलों और स्कूली बच्चों द्वारा ध्वजारोहण समारोह और परेड भारत के कई हिस्सों में आयोजित किए जाते हैं. लेकिन नई दिल्ली में राजपथ पर सबसे भव्य उत्सव और परेड आयोजित की जाती हैं. यह देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और सैन्य कौशल को दर्शाता है. भारत के राष्ट्रपति परेड की अध्यक्षता करते हैं. भारत में गणतंत्र दिवस के मौके पर विदेशी नेता को आमंत्रित करने का मुख्य उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देना और भारतीय संस्कृति की विविधता और समृद्धि को दिखाना है.
1. 26 जनवरी, 2020 को भारत में गणतंत्र दिवस परेड का मुख्य अतिथि कौन होगा?
A. राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा (President Cyril Ramaphosa)
B. राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो (President Jair Bolsonaro)
C. राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद (President François Hollande)
D. प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Prime Minister Shinzo Abe)
A. राजा त्रिभुवन बीर बिक्रम शाह (King Tribhuvan Bir Bikram Shah)
B. किंग जिग्मे दोरजी वांगचुक (King Jigme Dorji Wangchuck)
C. राष्ट्रपति सुकर्णो (President Sukarno)
D. राजा नोरोडॉम सिहानोक (King Norodom Sihanouk)
Ans. C
व्याख्या: इंडोनेशियाई राष्ट्रपति सुकर्णो भारत के पहले गणतंत्र दिवस परेड में पहले मुख्य अतिथि थे.


B. रक्षा मंत्री जियोर्जी झूकोव (Minister of Defence Georgy Zhukov)
C. प्रधानमंत्री विगगो कैंपमैन (Prime Minister Viggo Kampmann)
व्याख्या: चीनी कम्युनिस्ट क्रांतिकारी नेता और राजनेता मार्शल ये जियानयिंग 1958 में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि थे.


5. निम्नलिखित में से किस देश से भारत में गणतंत्र दिवस परेड 2018 समारोह में मुख्य अतिथि को आमंत्रित किया गया था?
A. ब्रुनेई (Brunei)
B. इंडोनेशिया (Indonesia)
C. लाओस (Laos)
व्याख्या: 2018 गणतंत्र दिवस परेड में ब्रुनेई, इंडोनेशिया, लाओस, कंबोडिया, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम सहित 10 देशों से कुल 10 मुख्य अतिथियों को आमंत्रित किया गया था.

6. पाकिस्तान से भारत में गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किए गए पहले व्यक्ति का नाम बताइए?
A. मलिक गुलाम मोहम्मद (Malik Ghulam Muhammad)
B. मोहम्मद ज़ाहिर शाह (Mohammed Zahir Shah)
C. राणा अब्दुल हमीद (Rana Abdul Hamid)
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
Ans. A
व्याख्या: गवर्नर-जनरल मलिक गुलाम मोहम्मद पाकिस्तान के पहले व्यक्ति थे जिन्होंने गणतंत्र दिवस परेड में राजपथ, नई दिल्ली में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया था.



7. 2015 में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि कौन थे?
A. शिंजो आबे (Shinzo Abe)
B. बराक ओबामा (Barack Obama)
C. शेख मोहम्मद बिन जायद (Sheikh Mohammed bin Zayed)
D. थॉन्गलौन सिसोलिथ (Thongloun Sisoulith)
Ans. B
व्याख्या: 2015 के भारत के गणतंत्र दिवस परेड में, संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा मुख्य अतिथि थे.

व्याख्या: दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा 2019 भारत के गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि थे.


9. 2000 में भारत के गणतंत्र दिवस परेड में, ओलेगुन ओबासंजो मुख्य अतिथि थे. वह किस देश के है?
A. अल्जीरिया (Algeria)
C. नाइजीरिया (Nigeria)
D. ब्राजील (Brazil)


ये थे 26 जनवरी को हर साल होने वाले गणतंत्र दिवस परेड समारोह के मुख्य अतिथि.गणतंत्र दिवसः भारतीय गणतंत्र की यात्रा

भारतीय गणतंत्र दिवस परेड में आने वाले सभी मुख्य अतिथियों की सूची (1950-2020)

टॉप कैबिनेट मंजूरी: 23 जनवरी 2020

दमन होगी दादरा नगर हवेली और दमन दीव की राजधानी

केंद्र शासित दमन दीव तथा दादरा और नगर हवेली की राजधानी दमन होगी. यह फैसला मोदी कैबिनेट की 22 जनवरी 2020 को हुई बैठक में लिया गया. दोनों केंद्र शासित प्रदेशों को मिलाकर एक प्रदेश बनाया गया था. दमन-दीव के विलय के बाद अब देश में आठ केंद्र शासित राज्य होंगे.

हालांकि, इससे पहले जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के गठन के बाद देश में केंद्र शासित राज्यों की संख्या नौ हो गई थी. इस विलय के बाद एक संख्या घटकर अब आठ हो जाएगी. सरकार का यह कदम दोनों क्षेत्रों में प्रशासन को बेहतर बनाने के प्रबंधन के तहत है.
कैबिनेट ने पिछड़ी जाति (ओबीसी) आयोग के कार्यकाल को 6 महीने के लिए बढ़ाया

कैबिनेट ने हाल ही में पिछड़ी जाति (ओबीसी) आयोग के कार्यकाल को 6 महीने के लिए बढ़ा दिया है. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने संविधान के अनुच्छेाद 340 के अंतर्गत आयोग के कार्यकाल को छह महीने बढ़ाकर 31 जुलाई तक करने का फैसला किया है.
मंत्रिमंडल ने आयोग के मौजूदा कार्य क्षेत्र में अन्यक बिंदुओं को जोड़ने की भी मंजूरी दी है. इसमें अन्य पिछड़ा वर्ग की केंद्रीय सूची में प्रविष्टियों और किसी भी पुनरावृत्ति, अस्पष्टता, विसंगतियों और वर्तनी या प्रतिलेखन की त्रुटियों को सुधारने की सिफारिश करना शामिल है.
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भू-गर्भशास्त्र एवं खनन संसाधनों के क्षेत्र में सहयोग पर भारत सरकार के खनन मंत्रालय के भारतीय भू-गर्भ सर्वेक्षण और ब्राजील सरकार के खनन एवं ऊर्जा मंत्रालय में ब्राजील भू-गर्भ सर्वेक्षण के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के लिए अपनी मंजूरी दे दी है. यह बैठक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई.
यह समझौता भारत सरकार के खनन मंत्रालय के तहत भारतीय भूगर्भ सर्वेक्षण और ब्राजील सरकार के खनन एवं ऊर्जा मंत्रालय में ब्राजील भूगर्भ सर्वेक्षण-सीपीआरएम के बीच एक संस्थानिक व्यवस्था उपलब्ध कराएगा.

दूसरे देशों के साथ नाविकों के क्षमता प्रमाणपत्र की एकपक्षीय मान्यता हेतु आदर्श समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर 
इस समझौता ज्ञापन पर जहाजरानी मंत्रालय के प्रभारी मंत्री और विदेश मंत्री की अनुमति से जहाजरानी महानिदेशालय भारत सरकार दूसरे देशों के अपने समकक्षों के साथ हस्ताक्षर करेगा. इस एकपक्षीय समझौते से भारतीय नाविकों को जहाजरानी महानिदेशालय द्वारा जारी प्रमाण-पत्रों को दूसरे देश से एकपक्षीय मान्यता मिलना आसान होगा.
इससे भारतीय नाविक रोजगार हेतु उस देश के झंडे तले जहाज पर तैनात हो सकेंगे तथा इस तरह रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. इस द्विपक्षीय समझौते से दोनों देशों के नाविकों को दोनों में से किसी भी देश के जहाजों पर उनके प्रमाणपत्रों को मिली मान्यता के आधार पर रोजगार मिल सकेगा.
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने तेल और प्राकृतिक गैस के क्षेत्र में सहयोग हेतु भारत और ब्राजील के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने को अपनी मंजूरी दी. इस समझौता ज्ञापन से भारत और ब्राजील के बीच तेल और प्राकृतिक गैस क्षेत्र में सहयोग बढ़ेगा.

समझौता के तहत, दोनों पक्ष ब्राजील और भारत में अन्वेषण और उत्पादन पहल में सहयोग स्थापित करने और क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास पर काम करेंगे. इसके साथ ही ब्राजील, भारत और अन्य देशों में तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) परियोजनाओं में सहयोग का पता लगाने हेतु भी काम किया जाएगा.
भारत और ब्राजील के बीच अपराध से जुड़े मामलों में परस्‍पर कानूनी सहायता के बारे में समझौता

अंतर्देशीय अपराध तथा इसके आतंकवाद से जुड़ाव के संदर्भ में प्रस्तावित स

मझौता ब्राजील के साथ द्वीपक्षीय सहयोग के लिए व्‍यापक कानूनी फ्रेमवर्क उपलब्ध कराएगा. इससे अपराध की जांच-पड़ताल और अभियोजन के साथ ही उसकी प्रक्रियाओं और साधनों का पता लगाने, उन पर अंकुश लगाने और उनकी कुर्की में सहायता मिलेगी.

टयूनीशिया, पापुआ न्‍यू गिनी के निर्वाचन आयोगों साथ समझौतों को मंजूरी
निर्वाचन आयोग संबंधित पक्षों द्वारा समझौते पर हस्‍ताक्षर द्वारा विश्‍व भर के कुछ देशों तथा एजेंसियों के साथ निर्वाचन से जुड़े मामलों तथा निर्वाचन प्रक्रियाओं में सहयोग को बढ़ावा देने में अपनी भागीदारी करता रहा है. निर्वाचन आयोग एक संवैधानिक संस्‍था है, जो विश्‍व में सबसे बड़े निर्वाचन अभियान का संचालन करता है.

मंत्रिमंडल ने नए एनआईटी परिसरों की स्‍थापना हेतु संशोधित लागत अनुमानों को मंजूरी दी

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने साल 2021-2022 तक की अवधि के लिए 4371.90 करोड़ रुपये की कुल लागत से नए एनआईटी परिसरों की स्थापना हेतु संशोधित लागत अनुमानों (आरसीई) को मंजूरी दी है. इन संस्‍थानों (एनआईटी) की स्‍थापना साल 2009 में की गई थी.

संशोधित लागत अनुमानों की मंजूरी से ये संस्‍थान 31 मार्च 2022 तक अपने-अपने स्‍थायी परिसरों में कार्य करने लगेंगे. इन संस्‍थानों में छात्रों की कुल क्षमता 6320 है. इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एनआईटी राष्‍ट्रीय महत्‍व के संस्‍थान हैं तथा इन्‍हें सर्वश्रेष्‍ठ शिक्षण संस्‍थानों के रूप में गिना जाता है.

ग्लोबल डेमोक्रेसी इंडेक्स में भारत 51वें स्थान पर, जानिए पाकिस्तान किस स्थान पर

द इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (EIU) ने हाल ही में वर्ष 2019 के लिए एक वैश्विक लोकतंत्र सूचकांक जारी किया है. ईआईयू द्वारा 2019 के लिए लोकतंत्र सूचकांक की वैश्विक सूची में भारत 10 स्थान फिसल कर 51वें स्थान पर आ गया है. यह सूचकांक 167 देशों में लोकतंत्र की मौजूदा स्थिति का एक खाका पेश करती है.

रिपोर्ट के अनुसार, नागरिक स्वतंत्रता के कमी की वजह से भारत के डेमोक्रेसी स्कोर में गिरावट आई है. साल 2018 में भारत के अंक 7.23 थे, जो घटकर 6.90 रह गए हैं. वैश्विक लोकतंत्र सूचकांक सरकार का कामकाज, चुनाव प्रक्रिया व बहुलतावाद, राजनीतिक भागीदारी, राजनीतिक संस्कृति तथा नागरिक स्वतंत्रता पर आधारित है.

रिपोर्ट से संबंधित मुख्य तथ्य
• यह वैश्विक सूची 165 स्वतंत्र देशों तथा 02 क्षेत्रों में लोकतंत्र की मौजूदा स्थिति का एक खाका पेश करती है.
• रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान कुल 4.25 अंकों के साथ सूची में 108वें स्थान पर है. इसी तरह श्रीलंका 6.27 अंकों के साथ 69वें तथा बांग्लादेश 5.88 अंकों के साथ 80वें स्थान पर है.

• चीन 2019 में गिरकर 2.26 अंकों के साथ अब 153वें स्थान पर है. यह वैश्विक रैंकिंग में निचले पायदान के करीब है.
• उभरती हुई दूसरी अर्थव्यवस्थाओं में ब्राजील 6.86 अंक के साथ 52वें स्थान पर है और रूस 3.11 अंक के साथ सूची में 134वें स्थान पर है.

• इस सूची में नॉर्वे शीर्ष पर है जबकि उत्तर कोरिया 167वें स्थान के साथ सबसे नीचे है.


सूची के अनुसार, वर्ष 2018 में भारत का कुल स्कोर 7.23 था, जो अब घटकर 6.90 हो गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में नागरिकों की आजादी की स्थिति एक साल में कम हुई है. लोकतांत्रिक सूची में यह गिरावट देश में नागरिक स्वतंत्रता के कमी के कारण आई है.

द इकोनॉमिस्ट ने साल 2006 में डेमोक्रेसी इंडेक्स जारी करना शुरू किया था. भारत का तब से अब तक 13 साल में यह सबसे कम डेमोक्रेसी स्कोर है. भारत का साल 2014 में यह सबसे ज्यादा 7.92 था.
देश


2

आइसलैंड
3

स्वीडन

5

6

7
डेनमार्क


9

10
स्विट्जरलैंड


ईआईयू का सूचकांक पाँच श्रेणियों पर आधारित है इनमें चुनावी प्रक्रिया और बहुलतावाद, सरकार के कामकाज, राजनीतिक भागीदारी, राजनीतिक संस्कृति और नागरिक स्वतंत्रता शामिल हैं. किसी भी देश का शासन इन पाँच श्रेणियों के कुल अंकों के आधार पर चार श्रेणियों में विभाजित होता है.

सुभाष चंद्र बोस की 10 वो बातें जो शायद ही आप जानते हो

भारत 23 जनवरी 2020 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 123 वीं जयंती मना रहा है. सुभाष चंद्र बोस के संघर्षों एवं देश सेवा के जज्बे के कारण ही महात्मा गांधी ने उन्हें देशभक्तों का देशभक्त कहा था. सुभाष चंद्र बोस आजाद हिंद फौज या भारतीय राष्ट्रीय सेना की स्थापना के लिए जाने जाते हैं.

राष्ट्र इस अवसर पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि देता है. उनके सम्मान में देश भर में कई जगहों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम किये जा रहे है. ऐसा माना जाता है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस का 1945 में एक विमान दुर्घटना में निधन हो गया था. हालांकि, विमान दुर्घटना में उनकी मौत का कोई ठोस सबूत कभी नहीं मिला.

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 10 मुख्य बातें

• नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को ओडिशा के कटक में एक बंगाली परिवार में हुआ था. उनका निधन 18 अगस्त 1945 को हो गया था. जब उनका निधन हुआ तब वे सिर्फ 48 साल के थे.
• वे इंडियन सिविल सर्विस (ICS) की तैयारी हेतु इंग्लैंड के कैंब्रिज विश्वविद्यालय चले गये. अंग्रेजों के शासन में भारतीयों के लिए सिविल सर्विस में जाना बहुत ही मुश्किल था. उन्होंने सिविल सर्विस की परीक्षा में चौथा स्थान हासिल किया था.

• वे सर्वोच्च प्रशासनिक सेवा को छोड़कर देश को आजाद कराने की मुहिम का हिस्सा बन गये थे. उनको अपने जीवन में 11 बार जेल जाना पड़ा था. वे सबसे पहले 16 जुलाई 1921 को जेल गये थे.
• नेताजी के कुल 13 भाई-बहन थे जिनमें 5 भाई और 8 बहनें थीं. सुभाष चंद्र बोस अपने माता-पिता के 9वीं संतान और 5वें बेटे थे.

• नेताजी ने साल 1937 में अपनी सेक्रटरी और ऑस्ट्रिया की रहने वाली एमिली शेंकल से शादी की थी. दोनों की अनीता नाम की बेटी हुई जो अभी सपरिवार जर्मनी में रहती हैं.


2020 में 2.5 मिलियन तक बढ़ सकती है वैश्विक बेरोज़गारी: ILO रिपोर्ट

अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) ने हाल ही में वर्ल्ड इंप्लॉयमेंट एंड सोशल आउटलुक: ट्रेंड्स 2020' जारी किया है. संयुक्त राष्ट्र की अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्विक बेरोजगारी 2020 में करीब 2.5 मिलियन बढ़ने का अनुमान है. रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया में लगभग 188 मिलियन लोग बेरोजगार हैं.

रिपोर्ट के अनुसार, विश्वभर में लगभग आधा अरब लोगों के पास अपेक्षित वैतनिक काम नहीं हैं, अर्थात उन्हें पर्याप्त रूप से वैतनिक काम नहीं मिल पा रहे हैं. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक बेरोजगारी पिछले नौ वर्षों से स्थिर थी लेकिन जैसे-जैसे वैश्विक आर्थिक विकास धीमा हो रहा है और श्रमिकों की संख्या बढ़ रही है, उस अनुपात में बाजार में नई नौकरियां पैदा नहीं हो रही हैं.


• रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर में लगभग 120 मिलियन लोगों ने नौकरी की तलाश छोड़ दी है.

• इसके अतिरिक्त करीब 165 मिलियन लोगों के पास पर्याप्त आय वाला रोज़गार नहीं है. इस प्रकार विश्व में करीब 470 मिलियन लोग रोज़गार की समस्या से परेशान हैं.

• रिपोर्ट के मुताबिक, बढ़ती बेरोजगारी और असमानता के जारी रहने के साथ सही काम की कमी के कारण लोगों को अपने काम के माध्यम से बेहतर जीवन जीना और भी मुश्किल हो गया है.

• रिपोर्ट में कहा गया है कि शहरों में शिक्षित युवओं में बेरोजगारी की दर उच्च्तम स्तर पर है. वहीं, 20 से 24 साल के युवाओं में बेरोजगारी की दर 37 प्रतिशत है.
• रिपोर्ट से स्पष्ट है कि विकसित देश धीमी वृद्धि का सामना कर रहे हैं. परिणामतः बढ़ती श्रम शक्ति को उपयोग में लाने हेतु पर्याप्त मात्रा में नई नौकरियाँ सृजित नहीं हो पा रही हैं.

गरीबी क्या है?
अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की रिपोर्ट के अनुसार, प्रतिदिन 3.20 अमेरिकी डॉलर से कम आय वाले लोगों को गरीबी से पीड़ित लोगों के रूप में माना जाता है. वर्तमान में कार्यशील गरीबी वैश्विक स्तर पर कार्यशील आबादी में 630 मिलियन से अधिक या पाँच में से एक व्यक्ति को प्रभावित करती है.


बढ़ती बेरोजगारी के मुख्य कारण

वैश्विक आर्थिक मंदी दुनिया में बढ़ती बेरोजगारी का एक प्रमुख कारण है. यह वैश्विक रोजगार सृजन को प्रभावित कर रहा है. बढ़ती बेरोज़गारी से वैश्विक स्तर पर लोगों की आय क्षमता पर प्रभाव पड़ेगा जिससे आय असमानता में वृद्धि होगी. कार्यस्थल की खराब गुणवत्ता और कर्मचारियों के साथ खराब व्यवहार वैश्विक मंदी और खराब अर्थव्यवस्था के लिए अग्रणी है. व्यापार प्रतिबंधों और संरक्षणवाद में वृद्धि रोज़गार पर अहम प्रभाव डाल सकते हैं जिसके कारण इसे संभावित चिंता के रूप में देखा जा रहा है.

अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) के बारे में

अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन, अंतरराष्ट्रीय आधारों पर मजदूरों तथा श्रमिकों के हितों की रक्षा हेतु नियम बनाता है. यह संयुक्त राष्ट्र की विशिष्ट संस्था है. इस संगठन का मुख्यालय स्विट्ज़रलैंड के जिनेवा में स्थित है. वर्तमान में 187 देश इस संगठन के सदस्य हैं. इस संगठन को साल 1969 में विश्व शांति हेतु नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

वैश्विक प्रतिभा सूचकांक में भारत 72वें स्थान पर, जानिए पहले स्थान पर कौन सा देश

भारत ने साल 2020 के वैश्विक प्रतिभा प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक (Global Talent Competitiveness Index) में आठ पायदान की छलांग लगायी है. सूचकांक में भारत का 72वां स्थान है. यह वैश्विक प्रतिभा प्रतिस्पर्धा सूचकांक का सातवां संस्करण है.

यह सूचकांक विश्व के देशों को उनकी तरक्की करने, प्रतिभाओं को अपने साथ बनाए रखने और आकर्षित करने की उनकी क्षमता के आधार पर तैयार किया जाता है. इसी आधार पर उनकी रैंकिंग की जाती है.

इस सूचकांक में विश्व के 132 देश शामिल

वैश्विक प्रतिभा के मामले में प्रतिस्पर्धा को मापने वाले इस सूचकांक में विश्व के 132 देशों को शामिल किया गया है. इस सूची में स्विटजरलैंड सबसे शीर्ष पर रहा तथा उसके बाद अमेरिका और सिंगापुर का स्थान है.


सूची में शीर्ष दस देशों में स्वीडन चौथे स्थान, डेनमार्क पांचवे स्थान, नीदरलैंड छठे स्थान, फिनलैंड सातवें स्थान, लक्जमबर्ग आठवें स्थान, नॉर्वे नौवें स्थान और ऑस्ट्रेलिया 10वें स्थान पर है.
1

2

अमेरिका

सिंगापुर

4

स्वीडन

5


7

8

लक्जमबर्ग
ऑस्ट्रेलिया

पिछले साल भारत का स्थान 

राष्ट्रीय बालिका दिवस 2020: इतिहास, उद्देश्य और महत्व

यह दिन देश में लड़कियों को समर्थन, नए अवसर प्रदान करता है. यह समाज में लड़कियों के साथ होने वाली असमानता जैसे भेदभाव, शोषण के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है. असमानता, शिक्षा, पोषण, कानूनी अधिकार, चिकित्सा देखभाल, संरक्षण, बाल विवाह, स्वतंत्रता, इत्यादि के संदर्भ में हो सकती है. इसमें कोई संदेह नहीं, राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने के पीछे भारत सरकार का यह कदम युवा लड़कियों और बच्चे के रूप में लड़कियों के महत्व को भी बढ़ावा देना है.

राष्ट्रीय बालिका दिवस: इतिहास

राष्ट्रीय बालिका दिवस पहली बार 2008 में महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया था. इसके पीछे मुख्य उद्देश्य लड़कियों द्वारा सामना की जाने वाली विषमताओं को उजागर करना है, जिसमें बालिकाओं के अधिकारों, शिक्षा के महत्व, स्वास्थ्य और पोषण सहित जागरूकता को बढ़ावा देना है. आजकल लैंगिक भेदभाव भी एक बड़ी समस्या है जिसका सामना लड़कियों या महिलाओं को जीवन भर करना पड़ता है.

राष्ट्रीय बालिका दिवस: उद्देश्य
- लैंगिक भेदभाव के बारे में काम करना, लोगों को शिक्षित करना.

- भारत में घटते बाल लिंगानुपात के खिलाफ काम करने के लिए और एक लड़की के रूप में लड़की के बारे में लोगों की सोच को बदलने के लिए.

- बालिकाओं के महत्व और भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाना.
- लड़की को अवसर प्रदान करना और उनकी बेहतरी के लिए अधिकार प्रदान करना.

- लोगों को लड़की के स्वास्थ्य और पोषण के बारे में शिक्षित करना.
भारत में बालिका के अधिकार


भारत सरकार द्वारा बालिकाओं के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं का उल्लेख किया गया है. कुछ योजनाएं इस प्रकार हैं:
- गर्भावस्था के दौरान क्लीनिक में सेक्स का निर्धारण सरकार द्वारा अवरुद्ध किया गया है.

- बालिकाओं का बाल विवाह अब प्रतिबंधित है.

- सरकार द्वारा बालिकाओं के लिए "Save the Girl Child" योजना शुरू की गई है.

- समाज में कुपोषण, उच्च अशिक्षा, गरीबी और शिशु मृत्यु दर से लड़ने के लिए, सभी गर्भवती महिलाओं के लिए प्रसवपूर्व देखभाल आवश्यक है.।

- सरकार द्वारा महिलाओं को रोजगार और महिलाओं को दर्जा दिलाने के लिए एंटी-सती, एंटी-एमटीपी जैसे कई कानून बनाए गए हैं.
- सरकार द्वारा लड़कियों के लिए 'ऑपरेशन ब्लैकबोर्ड' बनाया गया है जिसके द्वारा हर शिक्षक उच्च शिक्षा प्राप्त कर छात्रों को शिक्षा में बेहतर बना सकता है.

- बच्चों की देखभाल के लिए भी कई बलवाड़ी क्रेच खोले गए हैं और उन्हें प्राथमिक स्कूलों का दौरा करने के लिए भी बनाया गया है.
- पिछड़े वर्गों की लड़कियों के लिए ओपन लर्निंग सिस्टम स्थापित किया गया है.

राष्ट्रीय बालिका दिवस कैसे मनाया जाता है?

समाज में शिक्षा, समान स्थिति इत्यादि को बढ़ावा देने के लिए बालिका दिवस पर पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. साथ ही, भारत सरकार ने भारतीय समाज में बालिकाओं के बारे में लोगों में चेतना बढ़ाने के लिए कई अभियान भी चलाए हैं. इस अभियान के माध्यम से, भारत सरकार बालिकाओं से संबंधित विषमताओं और समस्याओं पर प्रकाश डालती है. सरकार द्वारा टीवी चैनलों, स्थानीय समाचार पत्रों और रेडियो स्टेशनों पर "सेव द गर्ल चाइल्ड" संदेश देकर कई विज्ञापन भी दिया जाता है. यहां तक कि गैर सरकारी संगठन या गैर सरकारी संगठन समारोह में भाग लेते हैं और समाज में बालिकाओं के साथ समान व्यवहार करने और उन्हें शिक्षित करने इत्यादि के लिए जागरूकता फैलाते हैं.

24 जनवरी 2020 को, मध्य प्रदेश बेटी बचाओ-बेटी पढाओ योजना के तहत "जागरूक बालिका-समर्थ मध्यप्रदेश" विषय पर राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाएगा. इस दिन, राज्य सरकार लड़कियों के स्वास्थ्य की भी जांच करेगी और लड़कियों और बेटियों के अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास करेगी. 24 से 30 जनवरी तक महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा राष्ट्रीय बालिका सप्ताह का भी आयोजन किया जाएगा.
2019 में राष्ट्रीय बालिका दिवस का थीम "एक उज्जवल कल के लिए लड़कियों का सशक्तीकरण" था.

देश का प्रत्येक बच्चा लड़का हो या लड़की दोनों महत्वपूर्ण हैं और देश का भविष्य हैं. साथ ही इस बात पर भी ध्यान देना अनिवार्य है कि बालिकाओं के साथ समान व्यवहार हो और उनके कल्याण के लिए भी नए अवसर प्रदान किए जाए.

Wednesday, January 22, 2020

डिमेंशिया क्या है और किन कारणों से होता है?

डिमेंशिया किसी एक बीमारी का नाम नहीं है बल्कि ये एक लक्षणों के समूह का नाम है, जो मस्तिष्क की हानि से सम्बंधित हैं. Dementia शब्द 'de' मतलब without और 'mentia' मतलब mind से मिलकर बना है.

अधिकतर लोग डिमेंशिया को भूलने की बीमारी के नाम से जानते हैं. याददाश्त की समस्या एकमात्र इसका प्रमुख लक्षण नहीं है. हम आपको बता दें की डिमेंशिया के अनेक गंभीर और चिंताजनक लक्षण होते हैं, जिसका असर डिमेंशिया से पीड़ित लोगों के जीवन के हर पहलु पर होता है. दैनिक कार्यों में भी व्यक्ति को दिक्कतें होती हैं और ये दिक्कतें उम्र के साथ बढ़ती जाती हैं.

यह बीमारी 65 वर्ष से अधिक उम्र के दस लोगों में से एक को और 85 साल के चार में से एक को प्रभावित करती है. 65 साल से कम उम्र के लोग भी बीमारी से ग्रस्त हैं जिसे अल्जाइमर की शुरुआत के रूप में जाना जाता है. आइये इस लेख के माध्यम से अध्ययन करते हैं कि डिमेंशिया क्या है, कितने प्रकार का होता है, इसके क्या लक्षण हैं आदि.

डिमेंशिया के लक्षण

इस बिमारी से ग्रसित व्यक्ति में प्रमुख लक्षण दिखाई देते हैं:
- स्मरण शक्ति की क्षति का होना, ज़रूरी चीज़ें भूल जाना.
- सोचने में कठिनाई होना
- छोटी-छोटी समस्याओं को भी न सुलझा पाना
- भटक जाना
- व्यक्तित्व में बदलाव
- किसी वस्तु का चित्र देखकर यह न समझ पाना कि यह क्या है
- नंबर जोड़ने और घटाने में दिक्कत, गिनती करने में दिक्कत
- समस्या हल करने या भाषा और ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत का होना 
- यहां तक कि डिमेंशिया लोग अपनी भावनाओं को नियंत्रित करने में सक्षम नहीं होते हैं. यानी मूड या व्यवहार का बदलना.
यह बीमारी सबसे हल्के चरण से गंभीरता में तबदील हो सकती है और इस अधिक गंभीर चरण में व्यक्ति अपने दैनिक कार्यों के लिए भी दूसरों पर पूरी तरह से निर्भर हो जाता है.
नोट: बहुत से लोग memory loss से ग्रस्त होते हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उनको अल्जाइमर या अन्य डिमेंशिया बिमारी है, memory loss होने के कई कारण हो सकते हैं.

डिमेंशिया के कारण

जब मस्तिष्क कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं तो डिमेंशिया हो सकता है. इसके कारण मस्तिष्क कोशिकाओं की एक दूसरे के साथ संवाद करने की क्षमता पर असर पड़ता है. पीड़ित व्यक्ति की सोच, व्यवहार और भावनाओं पर भी असर होता है.

इसको ऐसे भी समझा जा सकता है: हम जानते हैं कि मस्तिष्क के अलग-अलग भाग होते हैं और प्रत्येक भाग विभिन्न कार्य करता है. जब किसी विशेष क्षेत्र में कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त कर दिया जाता है, तो वह क्षेत्र सामान्य रूप से अपने कार्यों को पूरा नहीं कर पाता है.


क्या आपको पता है, मस्तिष्क में “डिलीट” बटन होता है?

डिमेंशिया के प्रकार
डिमेंशिया के लक्षण और इसका बढ़ना इस बात पर निर्भर करता है कि किस व्यक्ति को कौन से प्रकार का डिमेंशिया है. सामान्य रूप से जिन डिमेंशिया का निदान कराया जा सकता है वह निम्नलिखित है:

- लेवी बॉडीज डिमेंशिया: यह डिमेंशिया का एक रूप है जो कोर्टेक्स में प्रोटीन alpha-synuclein के एकत्र होने के कारण होता है. याददाश्त में कमी और भ्रम के अलावा, लेवी बॉडीज डिमेंशिया कुछ अन्य स्थिति भी पैदा कर सकता है, जैसे कि- नींद संबंधी परेशानियां, वहम, असंतुलन, अन्य गतिविधियों में कठिनाई इत्यादि.
- पार्किंसंस रोग: यह रोग एक न्यूरोडीजेनेरेटिव अवस्था (ऐसी स्थिति जिसमें तंत्रिका तंत्र को क्षति पहुँचती है) होती है जो डिमेंशिया पैदा कर सकती है और बाद के चरणों में अल्जाइमर के जैसे भी काम कर सकती है. इस बीमारी के कारण अन्य गतिविधियों और गाड़ी आदि चलाने में कठिनाई होने लगती है. मगर इसके कारण कुछ लोगों को डिमेंशिया भी हो जाता है.
- मिश्रित डिमेंशिया: इसका का मतलब है कि व्यक्ति को एक ही समय में अल्जाइमर और वैस्कुलर डिमेंशिया दोनों हो सकता है. लेकिन इसमें अन्य प्रकार के डिमेंशिया भी शामिल रहते हैं.

बोलने में भी कठिनाई हो सकती है. पिक रोग (Pick's Disease) और प्रगतिशील सुपरन्यूक्लियर पाल्सी (Progressive Supranuclear Palsy) सहित कई परिस्थितियों के कारण फ्रंटोटेमपोरल डिमेंशिया हो सकता है.

डिमेंशिया का इलाज 

दुर्भाग्यवश, इस बिमारी का अभी तक कोई इलाज नहीं है और वैज्ञानिक अभी भी इस बीमारी के कारणों की खोज कर रहे हैं. यदि मस्तिष्क में कोशिकाएं काम करना बंद कर देती हैं और इसको रोका नहीं जा सकता है, तो degenerative डिमेंशिया के लिए अभी तक कोई इलाज नहीं ज्ञात हो पाया है.
डिमेंशिया आमतौर पर सेरेब्रल कॉर्टेक्स (Cerebral Cortex) में गड़बड़ी के कारण होता है, जो मस्तिष्क का एक है. यह विचार करने, निर्णय लेने और व्यक्तित्व को कायम रखने का भी काम करता है. जब इन हिस्सों में मस्तिष्क कोशिकाएं नष्ट हो जाती है तो यह संज्ञानात्मक दोष का कारण बन जाता है, जो डिमेंशिया की विशेषता है.

सिर पर चोट लगना,, मस्तिष्क में ट्यूमर, संक्रमण, हार्मोन विकार जैसे थायरॉइड रोग, हाइपोक्सिया (खून में खराब ऑक्सीजनजन), मेटाबोलिक संबंधी विकार, नशे की लत आदि डिमेंशिया ने कुछ ऐसे कारण है जिससे इस रोग के होने का जिखिम बढ़ सकता है.
- भारत में कोई योजना और नीति नहीं है जो अल्जाइमर और संबंधित बीमारियों को लक्षित करती हो. चूंकि भारत में गरीबी रेखा से नीचे बहुत से लोग हैं, इसलिए भारत की स्वास्थ्य देखभाल नीति में अल्जाइमर रोग के होने पर विचार करना अनिवार्य है.

- अल्जाइमर और संबंधित डिसऑर्डर सोसाइटी ऑफ इंडिया (ARDSI) ने सरकार को अपनी योजना या नीति में डिमेंशिया को रखने की मांग की है जिसे सभी राज्यों में लागू किया जाना चाहिए और स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित और निगरानी की जानी चाहिए.

- क्या आप जानते हैं कि ARDSI डिमेंशिया को केरल राज्य में शुरू करने में सफल रही है जो डिमेंशिया देखभाल और जागरूकता के लिए पहली सार्वजनिक-निजी साझेदारी है? केरल में इसलिए क्योंकि देश में वृद्ध व्यक्तियों का उच्चतम अनुपात यहीं है.

 डिमेंशिया की पहचान करने के लिए प्रावधानों के साथ राष्ट्रीय स्वास्थ्य और सामाजिक प्राथमिकता के रूप में डिमेंशिया को शामिल करने की तत्काल आवश्यकता है और इसके उपचार के लिए पर्याप्त सेवाओं को उपलब्ध करवाना. हम कह सकते हैं कि डिमेंशिया रोग ज्यादातर वृद्ध लोगों को प्रभावित कर रहा है लेकिन उम्र का बढ़न ही इसका सामान्य कारण नहीं है.

हैदराबाद विश्व के गतिशील शहरों की सूची में पहले स्थान पर, जानिये दिल्ली और मुंबई का स्थान

अमेरिका की रियल स्टेट कंपनी जोन्स लैंग लासेल (जेएलएल) ने विश्व के 129 गतिशील शहरों की सूची जारी की है. इस सूची में हैदराबाद ने बेंगलुरु को पछाड़कर विश्व के सबसे प्रगतिशील शहर के रूप में उभरकर सामने आया है. जेएलएल ने 129 शहरों का मूल्यांकन किया और हैदराबाद को दुनिया के सबसे गतिशील शहर के रूप में चुना है.

जेएलएल के अनुसार आर्थिक सुस्ती के बावजूद विश्व के 20 डायनेमिक शहरों की सूची में भारत के सात शहरों को जगह मिली है. इस सूची में बेंगलुरु दूसरे स्थान पर जबकि चेन्नई को पांचवां और दिल्ली को छठा स्थान मिला है. वहीं, तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई पांचवें पायदान पर है.

रिपोर्ट से संबंधित मुख्य तथ्य

• हैदराबाद ने सामाजिक-आर्थिक विकास जैसे मानदंडों पर विश्व के किसी भी अन्य शहर से बेहतर स्कोर किया है.

• जेएलएल के मुताबिक, भारत के सात शहरों ने आर्थिक मंदी के बावजूद विश्व के 20 गतिशील शहरों की सूची में स्थान पाया है.

• जेएलएल ने कहा कि जीडीपी वृद्धि, खुदरा बिक्री तथा हवाई यात्री विकास जैसे कई प्रमुख आर्थिक संकेतकों के कारण हैदराबाद को पहली रैंक मिली है.
• पिछले साल की सूची के अनुसार, हैदराबाद ने एक पायदान की छलांग लगाई है. पिछले साल हैदराबाद दूसरे स्थान पर था और बेंगलुरु टॉप पर रहा था.

• जेएलएल ने यह सूची बनाते समय विश्वभर के शहरों के सामाजिक-आर्थिक एवं वाणिज्यिक परिसंपत्तियों एवं रीयल एस्टेट मार्केट को ध्यान में रखा है.



दुनिया के शीर्ष-20 गतिशील शहर

इंडेक्स में विश्व के 20 सबसे तेजी से बढ़ते शहर में दिल्ली, बेंगलुरू, हैदराबाद, पुणे, कोलकाता और चेन्नई शामिल हैं. वहीं चीन के शहरों में बीजिंग, शियां, चेनंग्डू, नांजिंग, शंघाई, हांगजु, गुआंजू, शेंझेन शामिल हैं. इसके साथ ही हनोई, मनीला, होचि मिन्ह शहर, बैंकाक के नाम भी शामिल हैं.

जेएलएल के बारे में

जोन्स लैंग लासेल (जेएलएल) अमेरिका में स्थित एक रियल एस्टेट और निवेश फर्म है. मूल रूप से अमेरिका की कंपनी जेएलएल एक फॉर्च्यून 500 कंपनी है. इसका सालाना कारोबार 16.3 अरब डॉलर है और विश्व के 80 देशों में इसका कारोबार है. विश्वभर में कंपनी के दफ्तरों में 93 हजार से अधिक लोग काम करते हैं.

DAC ने स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने हेतु 5,000 करोड़ रुपये के रक्षा उपकरणों की खरीद को मंजूरी दी

रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) ने हाल ही में देश में ही बने 5,000 करोड़ रुपये से अधिक के रक्षा उपकरण खरीदने की मंजूरी दे दी है. इस रक्षा अधिग्रहण सौदे का उद्देश्य स्वदेशीकरण को बढ़ावा देना है. इन उपकरणों में अत्‍याधुनिक इलेक्‍ट्रानिक युद्ध उपकरण शामिल है.

रक्षा उपकरणों की खरीद के लिए डीएसी सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था है. बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की. रक्षा उपकरणों के अलावा, डीएसी ने भारतीय रणनीतिक साझेदारों (एसपी) को शॉर्टलिस्ट करने की भी मंजूरी दी.

डीएसी की मंजूरी

• डीएसी की मंजूरी के अनुसार, भारतीय सेना रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा डिजाइन परिष्कृत इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम (EWS) खरीदेगी.

• रक्षा मंत्रालय इन सभी इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियों को भारतीय उद्योग से ही खरीदेगा.

• भारतीय सेना के लिए डीआरडीओ द्वारा डिजाइन और भारतीय उद्योग द्वारा स्थानीय स्तर पर निर्मित की गईं अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियां शामिल हैं.

• रणनीतिक भागीदारी मॉडल के तहत भारतीय नौसेना के लिए भारत में छह पारंपरिक पनडुब्बियों के निर्माण को भी हरी झंडी दी गई है.

• इस मॉडल के अंतर्गत चयनित निजी कंपनियों को संभावित मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) के साथ भागीदारी में भारत में पनडुब्बी और लड़ाकू विमानों जैसे सैन्य साजो-सामान के निर्माण में उतारा जा रहा है.


इलेक्ट्रॉनिक युद्ध एक आवृत्ति-आधारित युद्ध है जो दुश्मन की संचार या साइबर उपकरणों को निष्क्रिय करने या भ्रमित करने हेतु रेडियो तरंगों, लेजर रोशनी और प्राकृतिक ऊर्जा का उपयोग करता है. इलेक्ट्रॉनिक युद्ध के अंतर्गत दिष्ट ऊर्जा के द्वारा स्पेक्ट्रम का नियंत्रण, शत्रु पर आक्रमण करना, या स्पेक्ट्रम के माध्यम से किसी आक्रमण का प्रतिरोधित करना भी शामिल है. इलेक्ट्रॉनिक युद्ध का मुख्य उद्देश्य विरोधी को विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम के आसानी से उपयोग करने एवं उसके लाभों से वंचित रखना है. यह युद्ध हवा, समुद्र, थल या अंतरिक्ष से लड़ा जा सकता है.
रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) की स्थापना सशस्त्र बलों की स्वीकृत आवश्यकताओं की शीघ्र ख़रीद सुनिश्चित करने के उद्देश्य से साल 2001 में की गई थी. डीएसी की अध्यक्षता रक्षा मंत्री द्वारा की जाती है. डीएसी अधिग्रहण संबंधी मामलों पर निर्णय लेने वाली रक्षा मंत्रालय की सर्वोच्च संस्था है.

कोरोना वायरस क्या है? चीन में फैले कोरोना वायरस से भारत सतर्क

चीन में कोरोना वायरस (Corona virus) इंसान से इंसान के बीच फैल रहा है. इस वायरस से अब तक छह मौतें हो चुकी हैं. कोरोनावायरस के सामान्य लक्षणों से 300 से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं. पिछली बार SARS वायरस की वजह से 800 लोगों की मौत हुई थी.

भारत सरकार ने भी इसे लेकर एक एडवाइजरी जारी की है. कोरोना वायरस को लेकर जारी चिंता के बीच भारत समेत विश्वभर के हवाईअड्डों पर चीन से आने वाले यात्रियों की जांच हेतु इंतजाम किए जा रहे हैं. इसकी पहचान पहली बार दिसंबर 2019 में चीन के वुहान में हुई थी.

कोरोना वायरस क्या है?

सार्स (SARS) वायरस परिवार का एक नया सदस्य कोरोना वायरस है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के अनुसार, यह वाइरस सी-फूड से जुड़ा है. यह मानी जा रही है कि इसकी शुरुआत चाइना के हुवेई प्रांत के वुहान शहर के एक सी-फूड बाजार से हुई है.

कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को सबसे पहले सांस लेने में दिक्कत, गले में दर्द, जुकाम, खांसी और बुखार होता है. फिर यह बुखार निमोनिया का रूप ले सकता है और निमोनिया किडनी से जुड़ी कई तरह की दिक्कतों को बढ़ा सकता है. इस वायरस कि सबसे खास बात यह है कि यह किसी भी संक्रमित व्‍यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है.

कोरोना वायरस के लक्षण 

कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर सबसे पहले सांस लेने में दिक्कत, गले में दर्द, जुकाम, खांसी और बुखार होता है. यह बुखार फिर निमोनिया का रूप ले लेता है, जो कि किडनी से जुड़ी तमाम परेशानियों को बढ़ा देता है.

विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार, कोरोना वायरस को रोकने के लिए सबसे अच्छी नीति समुद्री भोजन से बचना है. कोरोना वायरस से बचाव को लेकर अभी तक कोई वैक्सीन नहीं बनी है. कहीं भी बाहर से आने या कुछ भी खाने से पहले अपने हाथ अच्छी तरह साफ करें. साफ सफाई बहुत जरूरी है.
कोरोनवायरस को रोकने के लिए कोई टीका उपलब्ध नहीं है, इसलिए डॉक्टर जोखिम को कम करने के लिए अन्य महत्वपूर्ण दवाओं का उपयोग कर रहे हैं. कोरोनो वायरस अगर लंबे समय तक अपना प्रभाव बनाए रखने में सफल हो जाए या घातक स्तर पर पहुंच जाए तो जान के लिए खतरा पैदा कर सकता है.


कोरोनो वायरस पर भारत सरकार

स्वास्थ्य मंत्रालय ने चीन में वायरस संक्रमण के मद्देनजर विदेश मंत्रालय से 31 दिसंबर से अब तक भारतीय वीजा आवेदन करने वाले यात्रियों की सूची मांगी है ताकि उनसे संपर्क किया जा सके और परामर्श दिया जा सके. स्वास्थ्य मंत्रालय ने विदेश मंत्रालय से यह भी आग्रह किया है कि वे चीन और उससे लगे देशों के भारतीय दूतावासों में स्थानीय भाषाओं में यात्रा परामर्श जारी करें.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एहतियाती उपाय के तौर पर, पड़ोसी देश से आने वाले यात्रियों की दिल्ली, मुंबई तथा कोलकाता हवाई अड्डों पर थर्मल स्कैनर से जांच करने का निर्देश दिया है.

World Economic Forum 2020: दीपिका पादुकोण वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में 'क्रिस्टल अवॉर्ड' से सम्मानित

बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण दावोस में होने वाली वार्षिक बैठक में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (World Economic Forum) की ओर से ‘क्रिस्टल अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया. दीपिका पादुकोण ने इवेंट में डिप्रेशन संग अपनी जंग के बारे में बात की. दीपिका पादुकोण ने कहा कि लोगों को डिप्रेशन और तनाव को भी दूसरी बीमारियों की तरह समझमा चाहिए तथा इसका इलाज हो सकता है.

ये अवॉर्ड दीपिका पादुकोण को मेंटल हेल्थ के बारे में जागरूकता फैलाने और इसका नेतृत्व करने के लिए दिया गया है. दीपिका पादुकोण यह अवॉर्ड 20 जनवरी 2020 को मार्टिन लूथर दिवस पर प्रदान किया गया. पुरस्कार प्राप्त करते समय, दीपिका पादुकोण ने कहा कि मेरी लव और हेट रिलेशनशिप ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है और मैं इससे पीड़ित हर किसी को बताना चाहता हूं कि आप अकेले नहीं हैं.

फोरम ने दीपिका के बारे में क्या कहा?

स्विटजरलैंड के दावोस में हुए समारोह के दौरान इस अवॉर्ड को पाने वाली दीपिका पादुकोण एकमात्र भारतीय अभिनेत्री रहीं. दीपिका पादुकोण का नाम चयन किए जाने के बाद फोरम की ओर से कहा गया था कि साल 2014 में दीपिका को अपने डिप्रेशन के बारे में पता चला था. उन्होंने इससे छुटकारा पाने के लिए प्रोफेशनल मदद ली थी. उन्होंने जून 2015 में स्ट्रेस, टेंशन, डिप्रेशन का अनुभव करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को आशा देने हेतु ‘द लाइव लव लाफ फाउंडेशन’ की स्थापना की थी. फाउंडेशन के कार्यक्रमों और पहलों में राष्ट्रव्यापी जन जागरूकता तथा इससे संबंधित अभियान, किशोर मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, ग्रामीण समुदायों में चिकित्सा हेतु आर्थिक सहयोग जैसी और भी कई सारी चीजें शामिल हैं.

क्रिस्टल अवॉर्ड क्यों दिया जाता है?

क्रिस्टल अवार्ड्स 2020 के विजेताओं में दीपिका पादुकोण, कलाकार थिएस्टर गेट्स, कोरियोग्राफर जिन जिंग और कलाकार लिनेट वालवर्थ शामिल हैं. सभी चार विजेताओं ने अपने तरीके से दुनिया में एक समावेशी और स्थायी बदलाव लाने में योगदान दिये हैं.

नाम

दीपिका पादुकोण


थिएस्टर गेट्स

शिकागो के कलाकार को स्थायी समुदाय बनाने में उनके नेतृत्व के लिए क्रिस्टल अवार्ड 2020 से सम्मानित किया गया.

जिन जिंग
चीन के जिन जिंग ने समावेशी सांस्कृतिक मानदंडों को आकार देने के लिए क्रिस्टल अवार्ड 2020 जीता.

लिनेट वालवर्थ

लिनेट वालवर्थ को भूले हुए समुदायों के बारे में समावेशी, अमर कथाओं और बहु-मीडिया कला बनाने में उनके नेतृत्व हेतु यह अवार्ड दिया गया.


अवसाद (डिप्रेशन) क्या है?
अवसाद (डिप्रेशन) का तात्पर्य मनोविज्ञान के क्षेत्र में मनोभावों संबंधी दुख से होता है. अवसाद की अवस्था में व्यक्ति स्वयं को लाचार और निराश महसूस करता है. अवसाद के भौतिक कारण भी अनेक होते हैं. इनमें कुपोषण, आनुवांशिकता, हार्मोन, मौसम, तनाव, बीमारी, नशा, अप्रिय स्थितियों में लंबे समय तक रहना आदि प्रमुख हैं.
अवसाद अक्सर दिमाग के न्यूरोट्रांसमीटर्स की कमी के वजह से भी होता है. न्यूरोट्रांसमीटर्स दिमाग में पाए जाने वाले रसायन होते हैं जो दिमाग एवं शरीर के विभिन्न हिस्सों में तारतम्यता स्थापित करते हैं. मनोविश्लेषकों के मुताबिक प्राकृतिक तौर पर महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा अवसाद की शिकार कम बनती हैं.

सुभाष चंद्र बोस: जयंती, उपलब्धियां और योगदान

नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने "तुम मुझे खून दो में तुम्हें आजादी दूंगा" नारा दिया था. उन्होंने आज़ाद हिन्द फौज का गठन किया और भारत के स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान वे लगभग 11 बार जेल गए. उनकी देशभक्ति, स्वतंत्रता के लिए आह्वान और वांछित लक्ष्य हासिल करने से पहले रुकने से इनकार करने के कारण वे युवाओं के लिए हीरो के समान हैं.

जन्मदिवस: 23 जनवरी 1897 
जन्म स्थान: कटक, बंगाल प्रेसीडेंसी का ओड़िसा डिवीजन, ब्रिटिश भारत
राष्ट्रीयता: भारतीय
शिक्षा: बी०ए० (आनर्स)
शिक्षा प्राप्त की: कलकत्ता विश्वविद्यालय
पदवी: अध्यक्ष (भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस)(1938) ,सुप्रीम कमाण्डर आज़ाद हिन्द फ़ौज
प्रसिद्धि कारण: भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के अग्रणी सेनानी तथा सबसे बड़े नेता
राजनैतिक पार्टी: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 1921–1940, फॉरवर्ड ब्लॉक 1939–1940
धार्मिक मान्यता: हिन्दू
पत्नी का नाम: एमिली शेंकल (1937 में विवाह किन्तु जनता को 1993 में पता चला)
बच्चे: अनिता बोस फाफ

सुबाष चंद्र बोस: पारिवारिक इतिहास और प्रारंभिक जीवन
नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी सन् 1897 को ओड़िशा के कटक शहर में हिन्दू कायस्थ परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम जानकीनाथ बोस और माँ का नाम प्रभावती था। उनके पिता कटक शहर के मशहूर वकील थे। अंग्रेज़ सरकार ने उन्हें रायबहादुर का खिताब दिया था। 
उन्होंने प्रेसीडेंसी कॉलेज से स्नातक किया। 16 वर्ष की आयु में उनके कार्यों को पढ़ने के बाद वे स्वामी विवेकानंद और रामकृष्ण की शिक्षाओं से प्रभावित हुए। फिर उन्हें भारतीय सिविल सेवा की तैयारी के लिए उनके माता-पिता द्वारा इंग्लैंड के कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय भेज दिया गया। 1920 में उन्होंने सिविल सेवा की परीक्षा पास की, लेकिन अप्रैल 1921 में, भारत में राष्ट्रवादी उथल-पुथल के बाद, उन्होंने अपनी उम्मीदवारी से इस्तीफा दे दिया और भारत वापस आ गए।

सुबाष चंद्र बोस और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
सिविल सर्विस छोड़ने के बाद वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ जुड़ गए। सुभाष चंद्र बोस महात्मा गांधी के अहिंसा के विचारों से सहमत नहीं थे। वास्तव में महात्मा गांधी उदार दल का नेतृत्व करते थे, वहीं सुभाष चंद्र बोस जोशीले क्रांतिकारी दल के प्रिय थे। महात्मा गाँधी और सुभाष चंद्र बोस के विचार भिन्न-भिन्न थे लेकिन वे यह अच्छी तरह जानते थे कि महात्मा गाँधी और उनका मक़सद एक है, यानी देश की आज़ादी। सबसे पहले गाँधीजी को राष्ट्रपिता कह कर नेताजी ने ही संबोधित किया था।
वह एक युवा शिक्षक और बंगाल कांग्रेस के स्वयंसेवकों के कमांडेंट बन गए। उन्होंने 'स्वराज' नामक अखबार शुरू किया। 1927 में, जेल से रिहा होने के बाद, बोस कांग्रेस पार्टी के महासचिव बने और जवाहरलाल नेहरू के साथ स्वतंत्रता के लिए काम किया।
1938 में उन्हें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया और उन्होंने एक राष्ट्रीय योजना समिति का गठन किया, जिसने व्यापक औद्योगीकरण की नीति तैयार की। हालाँकि, यह गांधीवादी आर्थिक विचार के अनुरूप नहीं था, जो कुटीर उद्योगों की धारणा से जुड़ा था और देश के अपने संसाधनों के उपयोग से लाभान्वित हुआ था। बोस का संकल्प 1939 में आया, जब उन्होंने पुनर्मिलन के लिए गांधीवादी प्रतिद्वंद्वी को हराया। बहरहाल, गांधी के समर्थन की कमी के कारण "बागी अध्यक्ष" ने इस्तीफा देने के लिए बाध्य महसूस किया और उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दे दिया।

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सुबाष चंद्र बोस और फोर्वर्ड ब्लाक का गठन
ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक भारत में एक वामपंथी राष्ट्रवादी राजनीतिक दल था, जो 1939 में सुभाष चंद्र बोस के नेतृत्व में भारत कांग्रेस के भीतर एक गुट के रूप में उभरा। सुभाष चंद्र बोस कांग्रेस में अपने वामपंथी विचारों के लिए जाने जाते थे। फ्रोवर ब्लाक का मुख्य उद्देश्य कांग्रेस पार्टी के सभी कट्टरपंथी तत्वों को लाना था। ताकि वह भारत की पूर्ण स्वतंत्रता के अर्थ को समानता और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों के पालन के साथ फैला सके।

सुभाष चंद्र बोस और आजाद हिंद फौज

आज़ाद हिन्द फ़ौज सबसे पहले राजा महेन्द्र प्रताप सिंह ने 29 अक्टूबर 1915 को अफगानिस्तान में बनायी थी। मूलत: यह 'आजाद हिन्द सरकार' की सेना थी जो अंग्रेजों से लड़कर भारत को मुक्त कराने के लक्ष्य से ही बनायी गयी थी। किन्तु इस लेख में जिसे 'आजाद हिन्द फौज' कहा गया है उससे इस सेना का कोई सम्बन्ध नहीं है। हाँ, नाम और उद्देश्य दोनों के ही समान थे। रासबिहारी बोस ने जापानियों के प्रभाव और सहायता से दक्षिण-पूर्वी एशिया से जापान द्वारा एकत्रित क़रीब 40,000 भारतीय स्त्री-पुरुषों की प्रशिक्षित सेना का गठन शुरू किया था और उसे भी यही नाम दिया अर्थात् आज़ाद हिन्द फ़ौज। बाद में उन्होंने नेताजी सुभाषचंद्र बोस को आज़ाद हिन्द फौज़ का सर्वोच्च कमाण्डर नियुक्त करके उनके हाथों में इसकी कमान सौंप दी।
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान स्वतंत्रता संघर्ष के विकास में आजाद हिन्द फ़ौज के गठन और उसकी गतिविधियों का महत्वपूर्ण स्थान था। इसे इन्डियन नेशनल आर्मी या आईएनए के नाम से भी जाना जाता है। रास बिहारी बोस नाम के भारतीय क्रांतिकारी, जो कई सालों से भारत से भागकर जापान में रह रहे थे, ने दक्षिण पूर्व एशिया में रह रहे भारतीयों के सहयोग से इन्डियन इन्डिपेंडेंस लीग का गठन किया। जब जापान ने ब्रिटिश सेना को हराकर दक्षिण पूर्व एशिया के लगभग सभी देशों पर कब्ज़ा कर लिया तो लीग ने भारतीय युद्धबंदियों को मिलाकर इन्डियन नेशनल आर्मी को तैयार किया ताकि भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्ति दिलाई जा सके। ब्रिटिश भारतीय सेना में अधिकारी रहे जनरल मोहन सिंह ने इस आर्मी के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

इसी दौरान 1941 में सुभाष चन्द्र बोस भारत की स्वतंत्रता के लिए भारत से भागकर जर्मनी चले गए। 1943 में वे इन्डियन इन्डिपेंडेंस लीग का नेतृत्व करने के लिए सिंगापुर आये और इन्डियन नेशनल आर्मी (आजाद हिन्द फ़ौज) का पुनर्गठन किया ताकि वह भारत की स्वतंत्रता को प्राप्त करने का महत्वपूर्ण हथियार बन सके। आजाद हिन्द फ़ौज में लगभग 45,000 सैनिक शामिल थे, जिनमे भारतीय युद्धबंदियों के अलावा वे भारतीय भी शामिल थे जो दक्षिण पूर्व एशिया के अनेक देशों में बस गए थे।

21 अक्टूबर ,1943 में सुभाष बोस, जिन्हें अब नेताजी के नाम से जाना जाने लगा था, ने सिंगापुर में स्वतंत्र भारत की अस्थायी सरकार (आजाद हिन्द) के गठन की घोषणा कर दी। नेताजी अंडमान गए,जो उस समय जापानियों के कब्जे में था,और वहां भारतीय झंडे का ध्वजारोहण किया। 1944 के आरम्भ में आजाद हिन्द फ़ौज (आईएनए) की तीन इकाइयों ने भारत के उत्तर पूर्वी भाग पर हुए हमले में भाग लिया ताकि ब्रिटिशों को भारत से बाहर किया जा सके। आजाद हिन्द फ़ौज के सबसे चर्चित अधिकारियों में से एक शाहनवाज खान के अनुसार जिन सैनिकों ने भारत में प्रवेश किया वे स्वयं जमीन पर लेट गए और भावुक होकर अपनी पवित्र मातृभूमि को चूमने लगे। हालाँकि,भारत को मुक्त करने का आजाद हिन्द फ़ौज का प्रयास सफल नहीं हो सका।

भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन ने जापानी सरकार को भारत के मित्र के रूप में नहीं देखा।उसकी सहानुभूति जापानी हमलों के शिकार हुए देशों के लोगों के प्रति थी।हालाँकि,नेताजी का मानना था कि जापान के समर्थन,आजाद हिन्द फ़ौज के सहयोग और देश के अन्दर होने वाले विद्रोह के द्वारा भारत से ब्रिटिश शासन को उखाड़कर फेंका जा सकता है। आजाद हिन्द फ़ौज का दिल्ली चलो का नारा और जय हिन्द की सलामी देश के अन्दर और बाहर दोनों जगह भारतीयों की प्रेरणा की स्रोत थी।भारत की स्वतंत्रता के लिए नेताजी ने दक्षिण पूर्व एशिया में रह रहे सभी धर्मों और क्षेत्रों के भारतीयों को एकत्र किया।

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भरतीय स्वतंत्रता की गतिविधियों में भारतीय महिलाओं ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।आजाद हिन्द फ़ौज की महिला रेजीमेंट का गठन किया गया,जिसकी कमान कैप्टन लक्ष्मी स्वामीनाथन के हाथों में थी। इसे रानी लक्ष्मीबाई रेजीमेंट कहा जाता था। आजाद हिन्द फ़ौज भारत के लोगों के लिए एकता का प्रतीक और वीरता का पर्याय बन गयी।जापान द्वारा आत्मसमर्पण करने के कुछ दिन बाद ही नेताजी,जो भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष के महानतम नेताओं में से एक थे,की एक हवाई दुर्घटना में मौत की खबर आई।

द्वितीय विश्व युद्ध 1945 में फासीवादी जर्मनी और इटली की पराजय के साथ समाप्त हो गया। युद्ध में लाखों लोग मारे गए। जब युद्ध समाप्ति के करीब था और जर्मनी व इटली की हार हो चुकी थी, तभी संयुक्त राज्य अमेरिका ने जापान के दो शहरों-हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिरा दिए। कुछ ही क्षणों में ये शहर धराशायी हो गए और 200,000 से भी ज्यादा लोग मारे गए। इसके तुरंत बाद जापान ने आत्मसमर्पण कर दिया। हालाँकि,परमाणु बमों के प्रयोग के कारण युद्ध तो समाप्त हो गया लेकिन इसने विश्व में एक नए तरह का तनाव पैदा कर दिया और एक से बढकर एक ऐसे खतरनाक हथियारों को बनाने की होड़ लग गयी जोकि सम्पूर्ण मानव-जाति को ही नष्ट कर सकते है।

ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से अलग होने के क्या फायदे होंगे?

दरअसल ब्रिटेन में हुए पिछले जनमत संग्रह (जून 2016) में 51.9 प्रतिशत लोगों ने कहा था कि वे चाहते हैं कि ब्रिटेन BREXIT से बाहर आये, जबकि 48.1 प्रतिशत ने ईयू के साथ रहने का समर्थन किया था. अब सवाल यह उठता है कि आखिर ब्रिटेन के लोग क्यों यूरोपियन यूनियन से बाहर आना चाहते हैं आखिर उन्हें इससे क्या फायदा होगा? आइये निम्न पॉइंट्स से जानते हैं.

ब्रेक्जिट से ब्रिटेन को फायदे (Advantages of BREXIT for UK)
1. बेरोकटोक आवागमन: यूरोप से अलग होने का यह सबसे बड़ा कारण रहा है I नियमों के अनुसार,कोई भी सदस्य देश का व्यक्ति ब्रिटेन में आ सकता है (प्रवास पर ब्रिटेन का कोई नियंत्रण नहीं है) जिसके कारण ब्रितानी लोगों के लिए नौकरी के अवसर कम होने लगे थे और बेरोजगारी बढ़ने लगी थी I इस मुद्दे को भी इस पूरे अभियान में खास माना गया है I

2. चाइल्ड बेनिफिट्स : फ़िलहाल ब्रिटेन में रह रहे EU के नागरिक यहाँ चाइल्ड बेनेफिट्स का दावा कर सकते हैं भले ही इनके बच्चे ब्रिटेन में रहें या नहीं I अलगाव की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सबसे पहले गाज़ इसी नियम पर गिरने की आशंका है I

विश्व में राजशाही से चलने वाले देशों की सूची

3. मत्स्य उद्योग : कॉमन फिशरीज पालिसी के तहत यूरोप के मछुआरे यूरोप के किसी भी देश के समुद्र में मछली पकड़ सकते हैं I हालाँकि मछलियों को संरक्षित करने के लिए यहाँ कोटा निर्धारित किया गया है इस कोटा पर ब्रिटेन ने आपत्ति जतायी थी I लिहाजा इसे ख़त्म किया जा सकता है I

4. बिजली पर वैट: फ़िलहाल EU के सभी देशों में वैट की मानक दर 15% है I इसके अलावा कुछ खास उत्पाद और सेवाओं पर 5% का अनिवार्य वैट है I लिहाजा EU से निकलने के बाद ब्रिटेन गैस और बिजली के बिल से वैट हटा सकता है क्योंकि इससे निम्न आय वर्ग के लोगों पर काफी दबाव होता है I

5. अक्षय उर्जा दिशा निर्देश: जलवायु परिवर्तन को लेकर EU के नियम काफी सख्त हैं इसके तहत २०२० तक सभी सदस्य देशों के लिए EU ने अक्षय उर्जा उत्पाद को 20% करने का लक्ष्य रखा है I इस पर हर साल 4.7 अरब की सालाना लागत है I ब्रिटेन को इस पर आपत्ति है I इसलिए ब्रिटेन को भारी भरकम राशी बचाने का मौका मिल सकता है I

6. ड्राइविंग लाइसेंस: सदस्य देशों के जिन नागरिकों को डायबिटीज के चलते रोजाना इन्सुलिन लेना पड़ता है उन्हें अलग ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया जाता है I मसलन उनका लाइसेंस ‘कुछ विशेष परिस्तिथियों में’ से हटाकर सामान्य लाइसेंस दिया जायेगा I

यूनाइटेड किंगडम क्या है?

7. राष्ट्रीय स्वास्थ्य स्कीम का 350 मिलियन पाउंड ब्रिटेन को मिलेगा: ईयू से अलग होने वालों को एक बहुत ही मज़बूत नारा मिला. वो ये कि अगर ब्रिटेन ईयू से हटता है तो हर हफ्ते राष्ट्रीय स्वास्थ्य योजना के लिए 350 मिलियन पाउंड की राशि ब्रिटेन इस्तेमाल कर सकेगा I
8. वीटो का अधिकार: वित्तीय संकट के बाद एक ओर यूरोप को और एकताबद्ध करने की मांग हो रही है तो लंदन राष्ट्रीय संसदों की भूमिका बढ़ाना चाहता है I इससे राष्ट्रीय जन प्रतिनिधियों को ब्रसेल्स के मनमाने बर्ताव के खिलाफ लाल कार्ड दिखाने का अधिकार मिलेगा I
10. संतान भत्ता: यूरोपीय संघ में वह सरकार संतान भत्ता देती है जहां मां बाप काम करते हैं, चाहे बच्चा कहीं और रह रहा हो I ब्रिटेन पोलैंड और रोमानिया के कामगारों को बच्चों के लिए भत्ता देता है I अब यह बहस हो रही है कि क्या भत्ते को संबंधित देश के जीवन स्तर के अनुरूप होना चाहिए .

जेपी नड्डा, नए भाजपा अध्यक्ष: जीवनी, परिवार, शिक्षा और राजनीतिक यात्रा

जेपी नड्डा के समर्थन में नामांकन दाखिल करने के लिए 20 जनवरी, 2020 को बीजेपी के शीर्ष नेता मौजूद थे. उनके नाम का प्रस्ताव अमित शाह, राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी ने किया था. प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल के दौरान, वह मंत्रिपरिषद का हिस्सा थे.

जेपी नड्डा: एक नजर में तथ्य

पूरा नाम: जगत प्रकाश नड्डा

जन्म: 2 दिसंबर, 1960 

जन्म स्थान: पटना (बिहार)
पिता का नाम: डॉ. नारायण लाल नड्डा

माता का नाम: स्वर्गीय श्रीमती कृष्णा नड्डा

वैवाहिक स्थिति: विवाहित

पति या पत्नी का नाम: डॉ. मल्लिका नड्डा

बच्चे: २

शिक्षा: बी.ए., एल.एल.बी, सेंट जेवियर्स स्कूल, पटना, पटना कॉलेज, पटना विश्वविद्यालय और हिमाचल विश्वविद्यालय, शिमला में शिक्षित

जगत प्रकाश नड्डा (जेपी) को उनकी पार्टी में एक मास्टर रणनीतिकार के रूप में जाना जाता है. वह भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा सांसद थे.
जगत प्रकाश नड्डा (जेपी नड्डा): प्रारंभिक जीवन, परिवार और शिक्षा
जेपी नड्डा का जन्म 2 दिसंबर, 1960 को एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट जेवियर्स स्कूल, पटना से की. B.A के लिए, उन्होंने पटना कॉलेज, पटना विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से L.L.B पूरा किया. बचपन में उन्होंने दिल्ली में आयोजित अखिल भारतीय जूनियर तैराकी चैम्पियनशिप में भाग लेकर बिहार राज्य का प्रतिनिधित्व किया, जो उनकी खेल-कूद के लिए रूची को दर्शाता है. उनका विवाह 11 दिसंबर, 1991 को डॉ. मल्लिका से हुआ और उनके दो बच्चे हैं. जेपी नड्डा की सास श्रीमती जयश्री बनर्जी पूर्व लोकसभा सदस्य हैं.

'हाउडी मोदी’ (‘Howdy Modi’) क्या है?

जगत प्रकाश नड्डा (जेपी नड्डा): पॉलिटिकल जर्नी

उन्होंने जबलपुर (मध्य प्रदेश) से लोकसभा सांसद जयश्री बनर्जी की बेटी डॉ. मल्लिका से शादी की. डॉ. मल्लिका हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में इतिहास की प्रोफेसर हैं. वह एबीवीपी की सदस्य भी थीं और 1988 से 1999 तक; वह इसके राष्ट्रीय महासचिव भी थे.

1989 के लोकसभा चुनाव के दौरान, उन्हें भाजपा की युवा शाखा के चुनाव प्रभारी के रूप में एक बड़ी जिम्मेदारी प्रदान की गई थी. क्या आप जानते हैं उस समय वह सिर्फ 29 साल के थे?

31 वर्ष की आयु में, वह 1991 में भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष बने.
फिर उन्होंने अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश से लोकसभा चुनाव लड़ा और तीन बार जीता भी. तीन कार्यकालों तक, वह 1993 से 1998, 1998 से 2003 और 2007 से 2012 तक हिमाचल प्रदेश में कैबिनेट मंत्री रहे हैं. उन्होंने वन, पर्यावरण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहित कई मंत्रालयों को संभाला.

उन्होंने शिमला में हरित आवरण को बढ़ावा दिया और इसके लिए उन्होंने राज्य में कई वृक्षारोपण अभियान चलाए.

भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए, विभिन्न प्रतिनिधियों के हिस्से के रूप में, उन्होंने कोस्टा रिका, ग्रीस, टर्की यूके, कनाडा, इत्यादि कई देशों का दौरा भी किया.

वह 2012 में राज्यसभा के लिए चुने गए. वह परिवहन, पर्यटन और संस्कृति समितियों के सदस्य भी रहे हैं.
2014 में, वह स्वास्थ्य मंत्री बने और 2019 तक सेवा की.
साल

पद

1993-98, 1998 – 2003 और 2007 – 2012
हिमाचल प्रदेश विधान सभा के सदस्य (तीन कार्यकाल)

रतीय जनता पार्टी विधायी समूह, हिमाचल प्रदेश विधान सभा के नेता

1998-2003

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण और संसदीय मामलों के कैबिनेट मंत्री, हिमाचल प्रदेश सरकार

2008-2010

वन, पर्यावरण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के कैबिनेट मंत्री, हिमाचल प्रदेश सरकार
2012


परिवहन, पर्यटन और संस्कृति संसदीय स्थायी समिति के सदस्य
अगस्त 2012 के बाद


2014-2019


जून 2019

उन्हें भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया



भारतीय गणतंत्र दिवस परेड में आने वाले सभी मुख्य अतिथियों की सूची (1950-2020)

भारत एक स्वतंत्र, संप्रभु और लोकतांत्रिक देश है जिसने 26 जनवरी 1950 को अपना संविधान लागू किया था. भारत के एक गणराज्य बनने की ख़ुशी में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप मनाया जाता है.

प्रथम चार गणतंत्र दिवस परेड (1950 से 1954) समारोह विभिन्न स्थानों (लाल किला, रामलीला मैदान, इरविन स्टेडियम, किंग्सवे मार्ग) पर आयोजित की गए थे. लेकिन राजपथ पर पहली परेड, 1955 में आयोजित की गयी थी, जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर पाकिस्तान के गवर्नर जनरल मलिक गुलाम मुहम्मद को बुलाया गया था.

इंडोनेशियाई राष्ट्रपति ‘सुकर्णो’ भारत के पहले गणतंत्र दिवस परेड (राजपथ पर नहीं) समारोह में पहले मुख्य अतिथि थे. अब तक यूनाइटेड किंगडम और फ्रांस के प्रतिनिधियों को सबसे अधिक 5-5 बार आमंत्रित किया गया है. आइये जानते हैं कि भारत के गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि कौन-कौन बन चुका है.

गणतंत्र दिवस परेड में आने वाले सभी मुख्य अतिथियों की सूची (List of Chief Guests at Republic Day)

वर्ष

अतिथि 

देश

1950


1951

राजा त्रिभुवन बीर बिक्रम शाह  

 नेपाल

1952

कोई निमंत्रण नहीं


1953
1954

राजा जिग्मे दोरजी वांगचुक

भूटान 

1955

गवर्नर जनरल मलिक गुलाम मुहम्मद

1956


 
मुख्य न्यायाधीश कोटारो तनाका 

जापान


सोवियत संघ
ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग प्रिंस फिलिप

यूनाइटेड किंगडम

1960
राष्ट्रपति क्लेमेंट वोरोशिलोव
सोवियत संघ

क्वीन एलिजाबेथ II

यूनाइटेड किंगडम

1962


1963

राजा नोरोडोम सिहानोक

कंबोडिया

1965

खाद्य और कृषि मंत्री राणा अब्दुल हमीद

पाकिस्तान

1966

1968

एसएफआर यूगोस्लाविया
बेल्जियम

1971

राष्ट्रपति जूलियस न्येरे

तंजानिया

राष्ट्रपति मोबुतु सेसे सेको



 यूगोस्लाविया

प्रधानमंत्री सिरीमावो रवात्ते दीस बंदरनैके



जाम्बिया

प्रधानमंत्री जैक शिराक


पोलैंड





1986
प्रधान मंत्री एंड्रियास पापांड्रेउ

ग्रीस 

1987
वियतनाम 

1990


पुर्तगाल

1993

प्रधानमंत्री जॉन मेजर

यूनाइटेड किंगडम

1994


नेल्सन मंडेला

दक्षिण अफ्रीका
1996

राष्ट्रपति डॉ. फर्नांडो हेनरिक कार्डसो

1997

1998
1999
नेपाल

2000


मॉरीशस



किंग अब्दुल्ला बिन अब्दुलअज़ीज़ अल सऊद 
फ्रांस

2009

राष्ट्रपति नूरसुल्तान नज़रबायेव


2011


भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक


जापान

2015

राष्ट्रपति बराक ओबामा
2016

राष्ट्र

पति फ्रांस्वा ओलांद

2017

क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद

संयुक्त अरब अमीरात

2018

थॉन्गलौन सिसोलिथ

प्रधानमंत्री हुन सेन

नजीब रज़ाक

राष्ट्रपति हतिन क्याव


हलीम याकूब

प्रथुथ चान-ओशा
गुयेन जुआन फुक

इंडोनेशिया

लाओस

कंबोडिया


थाईलैंड

वियतनाम
भारत में गणतंत्र दिवस के मौके पर विदेशी नेता को आमंत्रित करने का मुख्य उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देना और भारतीय संस्कृति की विविधता और समृद्धि को दिखाना है. संबंधित लेख पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें,

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भारत में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) के क्या-क्या कार्य हैं?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से घोषणा की थी कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) का पद जल्द ही बनाया जाएगा. सरकार ने इस दिशा में जल्दी से कार्य करते हुए CDS के पद पर पूर्व थल सेना अध्यक्ष बिपिन रावत को चुना है.

भारत में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के पीछे का इतिहास (History behind the CDS post)

भारत में यह पहली बार नहीं है कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) का पद सृजित हो रहा है. वर्ष 1999 के कारगिल युद्ध के बाद भी भारत में एक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद को बनाने की पहल K. सुब्रह्मण्यम समिति की सिफारिस के आधार पर की गयी थी. लेकिन राजनीतिक असहमति और आशंकाओं के कारण यह आगे नहीं बढ़ सकी थी.

नरेश चंद्र समिति ने 2012 में चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी (COSC) के एक स्थायी चेयरमैन की नियुक्ति की सिफारिश की थी और वर्तमान में यही काम कर रही है.
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद का मतलब होगा कि प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री के लिए महत्वपूर्ण रक्षा और रणनीतिक मुद्दों पर सरकार के सलाहकार के रूप में केवल एक व्यक्ति कार्य करेगा. सीडीएस परमाणु मुद्दों पर प्रधानमंत्री के सैन्य सलाहकार के रूप में भी काम करेगा.

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का कार्य होगा कि वह सेना के तीनों अंगों के बीच दीर्घकालिक नियोजन, प्रशिक्षण, खरीद और परिवहन के कार्यों के लिए समन्वयक (Coordinator) का कार्य करेगा.
जैसा कि हम जानते हैं कि रक्षा क्षेत्र का बजट बढ़ता जा रहा इसलिए संसाधनों पर तनाव साल दर साल बढ़ता जा रहा है. अब सीमित संसाधनों के उपयोग को सुनिश्चित करके तीनों सेना के अंगों के बीच समन्वय को बढ़ाना समय की आवश्यकता है.
यहां उल्लेख करने योग्य बात यह है कि सभी प्रमुख देशों, विशेष रूप से परमाणु हथियार संपन्न देशों में एक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जरूर है.
CDS के प्रमुख कार्य इस प्रकार हैं (Functions of CDS)

CDS के चयन से पहले, तीनों सेना प्रमुखों में सबसे सीनियर चीफ ही, चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष (COSC) के रूप में कार्य करता था. COSC की भूमिका अतिरिक्त होती है और कार्यकाल बहुत छोटा रहता है. CDS के मुख्य कार्य इस प्रकार हैं.
3. सीडीएस, किसी भी सैन्य कमांड का प्रयोग नहीं करेगा,और इस मामले में नियम पूर्ववत ही रहेंगे.
4. सीडीएस, रक्षा मंत्री की अध्यक्षता में रक्षा अधिग्रहण परिषद के सदस्य होंगे.
5. वह चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के स्थायी अध्यक्ष होंगे.
6. सैन्य मामलों के विभाग के प्रमुख के रूप में भी कार्य करेंगे.
अतः भारत के पडोसी देशों की नीति को देखते भारतीय सेना के तीनों विंगों के बीच समन्वय बढ़ाने के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के पद की शीघ्र आवश्यकता थी. उम्मीद है कि अब सीमित रक्षा संसाधनों का बेहतर उपयोग किया जा सकेगा और किसी भी युद्ध जैसी स्थिति के दौरान देश की सुरक्षा की जा सकेगी.

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जानें किन-किन देशों में चीफ़ ऑफ़ डिफेन्स स्टाफ (CDS) का पद होता है?

Monday, January 13, 2020

बीसीसीआई पुरस्कार 2019 के ​विजेताओं की सूची


बीसीसीआई वार्षिक पुरस्कार में स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को 2018-19 के लिए सर्वश्रेष्ठ पुरुष इंटरनेशनल क्रिकेट का पॉली उमरीगर अवॉर्ड दिया गया। इस ट्रॉफी के साथ उनको 15 लाख रुपये की पुरस्कार राशि भी दी गयी। पुरस्कार के लिए एक अक्टूबर 2018 से 30 सितंबर 2019 के प्रदर्शन को ध्यान में रखा गया। वहीं अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित पूनम यादव को सर्वश्रेष्ठ महिला इंटरनेशनल क्रिकेटर चुना गया है। वही, क्रिस श्रीकांत और मिताली राज को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। इसके अलावा 15 साल की शेफाली वर्मा, टेस्ट ओपनर मयंक अग्रवाल को सर्वश्रेष्ठ अंतराष्ट्रीय पदार्पण के लिए सम्मानित किया गया। शिवम दुबे को रणजी में बतौर श्रेष्ठ ऑलराउंडर जबकि सीमित ओवरों के लिए यही अवॉर्ड दिल्ली के नीतिश राणा को मिला।


 

बीसीसीआई वार्षिक पुरस्कार 2019 के ​विजेताओं की सूची
लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड (पुरुष): क्रिस श्रीकांत
लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड (महिला): अंजुम चोपड़ा
बीसीसीआई स्पेशल अवॉर्ड: दिलीप दोषी
सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर (पुरुष): जसप्रीत बुमराह
सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर (महिला): पूनम यादव
सर्वाधिक रन (टेस्ट): चेतेश्वर पुजारा
सर्वाधिक विकेट (टेस्ट): जसप्रीत बुमराह;


 

सर्वाधिक रन महिला (वनडे): स्मृति मंधाना
सर्वाधिक विकेट महिला (वनडे): झूलन गोस्वामी
सर्वश्रेष्ठ डेब्यू (पुरुष): मयंक अग्रवाल
सर्वश्रेष्ठ डेब्यू (महिला): शेफाली वर्मा
रणजी ट्रॉफी में सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर: शिवम दुबे (मुंबई)
रणजी ट्रॉफी में सर्वाधिक विकेट: आशुतोष अमन (बिहार)
घरेलू सीमित ओवर का सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर: नीतीश राणा (दिल्ली)

BCCI Annual Awards 2019 - Full List of Winners


BCCI Annual Awards 2018-19: The prestigious Polly Umrigar Award for the best international cricketer (2018-19) at the BCCI Annual Awards on 12 January 2020 in Mumbai. While Bumrah received the biggest prize in the men’s category, Poonam Yadav claimed the top prize in women’s category and was awarded the best international cricketer (women). The award is another feather in the leg spinner’s cap who recently received the Arjuna Award. The BCCI Awards are a set of annual cricket awards given by the Board of Control for Cricket in India (BCCI).


 

Here is a Full List of Winners:
Col. C.K. Nayudu Lifetime Achievement Award: Kris Srikanth
BCCI Life Time Achievement Award for Women: Anjum Chopra
BCCI Special Award: Dilip Joshi
Polly Umrigar Award Best International Cricketer- Men: Jasprit Bumrah
Best International Cricketer - Women: Poonam Yadav
Best International Debut - Men: Mayank Agarwal
Best International Debut- Women: Shafali Verma
Dilip Sardesai Award - Highest Run Getter in Test Cricket- 2018-19: Cheteshwar Pujara
Dilip Sardesai Award - Highest Wickets in Test Cricket- 2018-19: Jasprit Bumrah
Highest Run Getter in One Day Internationals -2018-19- Women: Smriti Mandhana
Highest Wickets in One Day Internationals - 2018-19 - Women: Jhulan Goswami
Best Umpire in Domestic Cricket in 2018-19: Virendra Sharma


Best Performance in BCCI Domestic Tournaments Of 2018-19: Vidarbha Cricket Association
Lala Amarnath Award for The Best All-Rounder in The Ranji Trophy, 2018-19: Shivam Dube
Lala Amarnath Award for The Best All-Rounder in Domestic Limited-Overs Competitions, 2018-19: Nitish Rana


 

Madhavrao Scindia Award – Highest Run Getter in The Ranji Trophy In 2018-19: Milind Kumar
Madhavrao Scindia Award – Highest Run Getter in The Ranji Trophy In 2018-19: Ashutosh Aman
M.A. Chidambaram Trophy – Highest Run Getter in (U23) Col. C K Nayudu Trophy in 2018-19: Manan Hingrajia
M.A. Chidambaram Trophy – Highest Wicket-Taker in (U23) Col. C K Nayudu Trophy in 2018-19: Sidak Singh
M.A. Chidambaram Trophy – Highest Run Getter in (U19) Cooch Behar Trophy in 2018-19: Vathsal Govind
M.A. Chidambaram Trophy – Highest Wicket-Taker in (U19) Cooch Behar Trophy in 2018-19: Apurva Anand
Jagmohan Dalmiya Trophy – Highest Run Getter in (U16) Vijay Merchant Trophy in 2018-19: Aryan Hooda
Jagmohan Dalmiya Trophy – Highest Wicket-Taker in (U16) Vijay Merchant Trophy in 2018-19: Abhishek Yadav
Jagmohan Dalmiya Trophy – Best Woman Cricketer (Sr Domestic) of 2018-19 (Sr Women One Day): Deepti Sharma
Jagmohan Dalmiya Trophy – Best Woman Cricketer (Jr Domestic) of 2018-19: Shafali Verma

List of New Appointments in India 2020 (Updated)


● Who took over as the Director of Intelligence Bureau (IE) in June 2019? – Arvind Kumar 
● Who has been elected as the 17th Lok Sabha Speaker in June 2019? – Om Birla 
● Who has been appointed as Director of the Institute of Banking Personnel Selection (IBPS) in July 2019? – B. Harideesli Kumar 
● Who has been appointed as the first ombudsman of the BCCI? – Justice DK Jain 
● Nayib Bukele has been appointed as the President of – El Salvador 
● Who has assumed charge as the 24th Chief of Naval Staff in May 2019? – Karambir Singh 
● Former Supreme Court judge Justice Madan B Lokur was sworn-in as the judge of the: – Supreme Court of Fiji 
● Who has been appointed as India's first Lokpal in March 2019? – PC Ghose 
● Who has been appointed as a goodwill ambassador of UNDP? – Padma Lakshmi 
● PS Sreedharan Pillai took oath as the new Governor of – Mizoram 
● Who sworn-in as the Chief Justice of Madras High Court? – Justice Amreshwar Pratap Sahi 
● Justice Sanjay Karol has been sworn-in as the Chief Justice of – Patna High Court 
● Who has been appointed as the Governor of the Northern Province of Sri Lanka? – Muttiah Muralitharan 
● Who has been appointed as the Executive Director for India on the board of the IMF? – Surjit S. Bhalla 
● SS Mallikarjuna Rao has been appointed in October 2019 as the MD and CEO of : – Punjab National Bank 
● Bandaru Dattatreya and Kalraj Mishra have been appointed as state governors of : – Himachal Pradesh and Rajasthan, respectively 
● Who has been appointed as the Chairman of Staff Selection Commission (SSC) in October 2019? – Braj Raj Sharma 
● Former Intelligence Bureau officer RN Ravi was sworn-in as the 20th Governor of : – Nagaland 
● Anup Kumar Singh has been appointed in October 2019 as the Director-General of : – National Security Guard (NSG) 
● Argentina's Rafael Grossi was elected in October 2019 as the head of United Nation's: – International Atomic Energy Agency (IAEA) 
● Who has been appointed as the 47th Chief Justice of India in October 2019? – Justice Sharad Arvind Bobde 
● Who took charge as Britain's first Indian origin Home Secretary? – Priti Patel 
● Who has been elected as the EU Commission President in July 2019? – Ursula von der Leyen 
● Who was elected as the President of 74th United Nations General Assembly (UNGA) in May 2019? – Tijjani Muhammad Bande 
● Who has been appointed as the chairman of the Airports Authority of India (AAI) on October 24, 2019? – Arvind Singh 
● BJP leader BS Yediyurappa has been sworn-in as Chief Minister of which state in July 2019? – Karnataka 
● Who has been appointed as the new chairman of the Railway Board in January 2019? – Vinod Kumar Yadav 
● Who has been appointed as the new Chief Information Commissioner in January, 2019? – Sudhir Bhargava 
● Who has been appointed as the CEO of the UIDAI in October 2019? – Pankaj Kumar 
● Who took oath as Odisha Chief Minister for the fifth consecutive term in May, 2019? – Naveen Patnaik 
● Who has sworn-in as Chief Minister of Andhra Pradesh, succeeding N. Chandrababu Naidu? – YS Jaganmohan Reddy 
● Pema Khandu sworn-in as the Chief Minister of which state for the second term? – Arunachal Pradesh 
● Prem Singh Tamang sworn-in as the Chief Minister of Sikkim. He replaced : – Pawan Kumar Chamling 
● Who has been appointed as the secretary of the Competition Commission of India (CCI)? – Pramod Kumar Singh 
● Who has replaced Shikha Sharma as Axis Bank's Managing Director and CEO? – Amitabh Choudhury 
● Who has been elected as the president of federation of Indian Export Organisation (FIEO)? – Sharad Kumar Saraf 
● Samant Kumar Goel has been appointed in June 2019 as the head of : – Research and Analysis Wing (RAW) 
● Who took charge as the Director General of BSF in August 2019? – Vivek Kumar Johri 
● Who has been appointed as the Coach of the Indian cricket team for second successive term? – Ravi Shastri 
● Who is appointed as the 26th chief of the Indian Air Force in September 2019? – RKS Bhadauria 
●● HS Arora has been appointed as the Vice Chief of: – Indian Air Force 
● Who took charge as the Chairman of Chiefs of Staff Committee (COSC)? – Bipin Rawat 
● Pramod Sawant was sworn-in in March 2019 as the 11th Chief Minister of : – Goa 
● Who has been appointed as the Principal Secretary to PM Narendra Modi? – Pramod Kumar Mishra 
● Who has been appointed as the Election Commissioner? – Sushil Chandra 
● Who has been appointed as CBI Director in February 2019? – Rishi Kumar Shukla 
● Who has been appointed as the CMD of Bharat Sanchar Nigam Limited (BSNL)? – PK Purwar 
● Who took over as the Director-General of the Indian Coast Guard (ICG) in June, 2019? – Krishnaswamy Natarajan 
● Who has been appointed as the Chairman of National Commission for Backward Classes NCBC? – Bhagwan Lal Sahni 
● Who was appointed as the first transgender election ambassador by the Election Commission of India? – Gauri Sawant 
● Who has been elected as the President of the Wrestling Federation of India? – Brij Bhushan Sharan Singh

Science General Knowledge, Science GK Questions Answers

प्रश्‍न 1- जब प्रकाश की तरंगे वायु से कांच में होकर गुजरती हैं, तब कौन से परितर्त्‍य प्रभावित होंगे-
उत्‍तर – केवल तरंगदैर्ध्‍य तथा वेग

प्रश्‍न 2- जब, एक व्‍यक्ति तीव्र प्रकाश क्षेत्र से अंधेरे कमरे में प्रवेश करता है, जो उसे कुछ समय के लिए स्‍पष्‍ट दिखायी नहीं देता है, बाद में धीरे-धीरे उसे चीजें दिखायी देने लगती हैं। इसका कारण है-
उत्‍तर – आंखों का अंधेरे के प्रति कुछ समय में अनुकूलित होना

प्रश्‍न 3- लेजर (LASER) बीम सदा होती है-
उत्‍तर – अपसारी बीम

प्रश्‍न 4- प्रकाश किरणपुंज जो अत्‍यंत दिशिक हो, कहलाती है-
उत्‍तर – लेसर

प्रश्‍न 5- जिस तत्‍व के परमाणु में दो प्रोटॉन, दो न्‍यूट्रॉन और दो इलेक्‍ट्रॉन हों, उस तत्‍व का द्रव्‍यमान संख्‍या कितना होता है ?
उत्‍तर – 4

प्रश्‍न 6- सर्वप्राचीन शैल समूह की आयु आंकी जाती है-
उत्‍तर – K-Ar विधि से

प्रश्‍न 7- रेडियो सक्रिय पदार्थ उत्‍सर्जित करता है-
उत्‍तर – अल्‍फा किरणें, बीटा किरणें, गामा किरणें

प्रश्‍न 8- सूर्य पर ऊर्जा का निर्माण होता है-
उत्‍तर – नाभिकीय संलयन द्वारा

प्रश्‍न 9- विद्युत धारा का चुम्‍बकीय प्रभाव सर्वप्रथम अवलोकित किया गया-
उत्‍तर – ऑरस्‍टेड द्वारा

प्रश्‍न 10- माइक्रोफोन का आविष्‍कारक किसे माना जाता है-
उत्‍तर – ग्राहम बेल

प्रश्‍न 11- ओजोन बायोस्‍फीयर को बचाती है-
उत्‍तर – अल्‍ट्रा-वायलेट किरणों से

प्रश्‍न 12- ‘सेरेब्रल पाल्‍सी’ एक मस्तिष्‍क संबंधी विकार है, जो सामान्‍यत: पाया जाता है-
उत्‍तर – छोटे बच्‍चों में

प्रश्‍न 13- प्रशीतन खाद्य परिरक्षण में मदद करता है-
उत्‍तर – खाद्य पदार्थ को बर्फ की परत से ढंक कर

प्रश्‍न 14- पर्णरहित (क्‍लोरोफिल) में कौन सा तत्‍व पाया जाता है-
उत्‍तर – मैग्‍नीशियम

प्रश्‍न 15- एन.डी.आर.आई. करनाल (हरियाणा) के वैज्ञानिकों ने किस जानवर का दूसरा क्‍लोन विकसित किया है ?
उत्‍तर – भैंस

प्रश्‍न 16- डेंगू एक बुखार है, जो उत्‍पन्‍न होता है तथा दूसरे मनुष्‍य में पहुंचता है-
उत्‍तर – वायरस और मादा एडीज द्वारा

प्रश्‍न 17- कार्बन मोनोऑक्‍साइड विषाक्‍तता किसको मुख्‍यत: प्रभावित करती है-
उत्‍तर – रक्‍त की ऑक्‍सीजन की वहन करने की क्षमता को

प्रश्‍न 18- ‘स्थिति विज्ञान’ किससे संबंधित है -
उत्‍तर – नेप्‍च्‍यून

प्रश्‍न 19- पारसेक इकाई है ?
उत्‍तर – दूरी की

प्रश्‍न 20- मात्रकों की अंतराष्‍ट्रीय पद्धति कब लागू की गई ?
उत्‍तर – 1971 ई. में

प्रश्‍न 21- खाद्य ऊर्जा को हम किस इकाई में माप सकते हैं-
उत्‍तर – कैलोरी

प्रश्‍न 22- विद्युत मात्रा की इकाई है-
उत्‍तर – एम्पियर

प्रश्‍न 23- SI पद्धति में लेंस की शक्ति की इकाई क्‍या है-
उत्‍तर – डायोप्‍टर

प्रश्‍न 24- डेसिबल किसे नापने के लिए प्रयोग में लाया जाता है-
उत्‍तर – वातावरण में ध्‍वनि

प्रश्‍न 25- एम्पियर क्‍या नापने की इकाई है ?
उत्‍तर – करेन्‍ट

प्रश्‍न 26- ऊंचाई की जगहों पर पानी 100 डिग्री C के नीचे के तापमान पर क्‍यों उबलता है-
उत्‍तर – क्‍योंकि वायुमण्‍डलीय दाब कम हो जाता है, अत: उबलने का बिन्‍दु नीचे आ जाता है।

प्रश्‍न 27- साबुन के बुलबुले के अन्‍दर का दाब-
उत्‍तर – वायुमण्‍डलीय दाब से अधिक होता है

प्रश्‍न 28- जब हम रबड़ के गद्दे वाले सीट पर बैठते हैं या गद्दे पर लेटते हैं तो उसका आकार परिवर्तित हो जाता है। ऐसे पदार्थ में पाया जाता है-
उत्‍तर – स्थितिज ऊर्जा

प्रश्‍न 29- जब एक चल वस्‍तु की गति दुगुनी हो जाती है तो उसकी गतिज ऊर्जा-
उत्‍तर – चौगुनी हो जाती है

प्रश्‍न 30- एक केशनली में जल की अपेक्षा एक तरल अधिक ऊंचाई तक चढ़ता है, इसका कारण है-
उत्‍तर – तरल का पृष्‍ठ तनाव जल की अपेक्षा अधिक है

प्रश्‍न 31- गुरूत्‍वाकर्षण के सार्वभौमिक नियम का प्रतिपादन किसने दिया-
उत्‍तर – न्‍यूटन

प्रश्‍न 32- ठोस कपूर से कपूर वाष्‍प बनाने की प्रक्रिया को कहते हैं-
उत्‍तर – ऊर्ध्‍वपातन

प्रश्‍न 33- गर्मी के दिनों के दौरान, मिट्टी के बर्तन में रखा पानी ठंडा हो जाता है, किस संवृत्ति के कारण-
उत्‍तर – वाष्‍पीकरण

प्रश्‍न 34- ध्‍वनि तीव्रता की डेसीबल में वह अधिकतम सीमा जिसके ऊपर व्‍यक्ति सुन नहीं सकता-
उत्‍तर – 95 डेसीबल

प्रश्‍न 35- सूर्य का प्रकाश हमारे पास लगभग कितने समय में पहुंचता है ?
उत्‍तर – 8 मिनट

प्रश्‍न 36- प्रकाश का वेग है-
उत्‍तर – 3×108 m/s

प्रश्‍न 37- प्रकाश का रंग निश्‍चित किया जाता है-
उत्‍तर – तरंगदैर्ध्‍य द्वारा

प्रश्‍न 38- सूर्य की किरणों में कितने रंग होते हैं-
उत्‍तर – 7

प्रश्‍न 39- सबसे कम तरंगदैर्ध्‍य वाला प्रकाश होता है-
उत्‍तर – बैंगनी

प्रश्‍न 40- जब प्रकाश के लाल, हरा व नीला रगों को समान अनुपात में मिलाया जाता है, तो परिणामी रंग होगा-
उत्‍तर – सफेद


General Knowledge in Hindi, GK Question and Answer, GK in Hindi

General Knowledge in Hindi, GK Question and Answer, GK in Hindi

1. मुगल सिटी, फतेहपुर सिकरी -उत्तर प्रदेश [1986]
2. हम्पी स्मारक समूह - कर्नाटक[1986]
3. खजुराहो मंदिर - मध्यप्रदेश[1986]
4. एलीफेंटा की गुफाएं - महाराष्ट्र[1987]
5. पट्टदकल स्मारक समूह - कर्नाटक[1987]
6. सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान - प.बंगाल [1987]
7. वृहदेश्वर मंदिर तंजावुर -तमिलनाडू [1987]
8. नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान -उत्तराखंड [1988]
9. सांची का बौद्ध स्मारक -मध्यप्रदेश [1989]
10. ग्रेट हिमालय राष्ट्रीय उद्यान -हिमाचल प्रदेश [2014]
11. ताजमहल - उत्तर प्रदेश [1983]
12. आगरा का किला - उत्तर प्रदेश[1983]
13. अजंता की गुफाएं - महाराष्ट्र[1983]
14. एलोरा की गुफाएं - महाराष्ट्र[1983]
15. कोणार्क का सूर्य मंदिर -ओडिशा [1984]
16. महाबलिपुरम् का स्मारक समूह -तमिलनाडू [1984]
17. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान -असोम [1985]
18. मानस वन्य जीव अभयारण्य -असोम [1985]
19. केवला देव राष्ट्रीय उद्यान -राजस्थान [1985]
20. पुराने गोवा के चर्च व मठ - गोवा[1986]
21. हुमायूँ का मकबरा - दिल्ली[1993]
22. दार्जिलिंग हिमालयन रेल -पश्चिम बंगाल [1999]
23. महाबोधी मंदिर, गया - बिहार[2002]
24. भीमबेटका की गुफाएँ - मध्यप्रदेश [2003]
25. गंगई कोड़ा चोलपुरम् मन्दिर -तमिलनाडु [2004]
26. एरावतेश्वर मन्दिर - तमिलनाडु[2004]
27. छत्रपति शिवाजी टर्मिनल -महाराष्ट्र [2004]
28. नीलगिरि माउंटेन रेलवे -तमिलनाडु [2005]
29. फूलों की घाटी राष्ट्रीयउद्यान - उत्तराखंड [2005]
30. दिल्ली का लाल किला -दिल्ली [2007]
31. कालका शिमला रेलवे -हिमाचलप्रदेश [2008]
32. सिमलीपाल अभ्यारण्य -ओडिशा [2009]
33. नोकरेक अभ्यारण्य - मेघालय[2009]
34. भितरकनिका उद्यान - ओडिशा[2010]
35. जयपुर का जंतर-मन्तर - राजस्थान[2010]
36. पश्चिम घाट [2012]
37. आमेर का किला - राजस्थान[2013]
38. रणथंभोर किला - राजस्थान[2013]
39. कुंभलगढ़ किला - राजस्थान[2013]
40. सोनार किला - राजस्थान[2013]
41. चित्तौड़गढ़ किला - राजस्थान[2013]
42. गागरोन किला - राजस्थान[2013]
43. रानी का वाव - गुजरात [2014]

Current Affairs Quiz, Current Quiz, GK Quiz

Current Affairs Quiz, Current Quiz, GK Quiz

1. What is the new name given to the farthest cosmic body, earlier known as ‘Ultima Thule’?
(A) Eris
(B) Ceres
(C) Hauema
(D) Arrokoth
Ans- (D)

The farthest cosmic body, earlier known as ‘Ultima Thule’ has been renamed by The US Space Agency National Aeronautics and Space Administration (NASA) to ‘Arrokoth’ or Sky. The decision of renaming the cosmic body was taken by NASA because it was criticized over the old name’s Nazi connections.

2. Which city of Rajasthan was among the worst-performing cities according to The Water Quality Report’?

(A) Kota
(B) Udaipur
(C) Jaipur
(D) Jodhpur
Ans- (C)

Shri Ram Vilas Paswan, the Union Minister of Consumer Affairs released ‘The Water Quality Report’ in line with the Jal Jeevan Mission that was launched to provide clean and safe drinking water to all by 2024. BIS (Bureau of India Standards) conducted a survey to check on the quality of piped drinking water provided in the cities, especially in the state capitals. Based on this report, cities were provided rankings. Ranchi, Shimla, Bhubaneshwar, Amravati and Raipur were the best performing cities where almost all the samples were up to the standard. Whereas, Thiruvananthapuram. Chandigarh, Bhopal, Patna, Bengaluru, Gandhinagar, Lucknow, Chennai, Dehradun, Kolkata, and Jaipur are the worst-performing cities where only very few or none of the samples were under the Indian Standards.

3. When is National Press Day observed in India?

(A) 17th November
(B) 15th November
(C) 18th November
(D) 16th November
Ans- (D)

Every year on November 16 the National Press Day (NPD) is celebrated as symbolic of free and responsible press in India. Press Council of India (PCI) started functioning as moral watchdog on this day with an aim that the press maintains high standards expected from this powerful medium and it is not fettered by the influence or threats of any extraneous factors.

4. Which edition of Dhaka Global Dialogue was held from 11-13 November 2019 in Bangladesh?

(A) Second
(B) First
(C) Third
(D) Fourth
Ans- (B)

Sheikh Hasina, Prime Minister of Bangladesh inaugurated the first edition of Dhaka Global Dialogue which was held from 11-13 November 2019 in Bangladesh. Observer Research Foundation (ORF), New Delhi and Bangladesh Institute of International and Strategic Studies (BIISS) jointly organized this program.

5. On which date was the 250th session of Rajya Sabha observed?
(A) 16th November
(B) 17th November
(C) 18th November
(D) 19th November
Ans- (C)

18th November 2019 marked the landmark 250th session of Rajya Sabha.On this occasion, Chairman M Venkaiah Naidu released a publication that details the upper House’s journey since its first sitting in May 1952.

6. Which two varieties of Darjeeling tea were awarded GI tag recently?
(A) Chocolate and Oolong tea
(B) White and Green tea
(C) Oolong and Green tea
(D) Black and Oolong tea
Ans- An(B)

On November 16, 2019, Green Tea and White Tea of Darjeeling were registered under “Geographical Indication of Goods (Registration and Protection) Act, 1999”. The first product to receive the GI tag in India was Darjeeling Tea.

7. Who among the following inaugurated the ‘Replication of Good Governance Practices in Union Territories of Jammu and Kashmir and Ladakh ‘ conference?

(A) Dr. Jitendra Singh
(B) Nirmala Sitharaman
(C) Narendra Modi
(D) Amit Shah
Ans- (A)

A two-day conference was held in Ladakh on 15th & 16th of November 2019 by the Department of Administrative Reforms and Public Grievances (DARPG) in collaboration with the government of Jammu and Kashmir and Ladakh on the theme- ‘Replication of Good Governance Practices in Union Territories of Jammu and Kashmir and Ladakh’. Dr. Jitendra Singh, Minister of State for Ministry of Development of North Eastern Region inaugurated the conference. Delegates from around 19 states and 4UTs participated in the conference.

8. Which state hosted India’s First-ever International Buyer-Seller meet?

(A) Andhra Pradesh
(B) Arunachal Pradesh
(C) Tamil Nadu
(D) Kerala
Ans- (B)

Agricultural and Processed Food Products Export Development Authority (APEDA) in guidance of Department of Commerce, Ministry of Commerce and Industry organized Country’s first-ever international buyer-seller meet on Agriculture & Horticulture produce in Itanagar, Arunachal Pradesh, on 14-15 November 2019.

9. What was the risk score of India, according to the Global Bribery Risk Index?
(A) 78
(B) 68
(C) 58
(D) 48
Ans- (D)

In the Global Bribery Risk Index released by Trace Bribery Risk Matrix, India ranked 78th with a total risk score of 48 . Score from 1 to 100 was provided by TRACE to each country for each domain. The higher any country scores, the chances of business bribery also rise. Bangladesh ranked 51 with a score of 72 out of 100.

10. Which city of India will ban plastics and pet bottles from 2020 January?
(A) Jaipur
(B) Ladakh
(C) Goa
(D) Surat
Ans- (C)

With an aim to eliminate smaller packaging Goa has decided to implement a complete ban on the use of all plastics below 50 microns by 2020. The ban will include sachets, soft drinks, water, and other drinks sold in pet bottles of volumes below 500ml. The first move of the policy will ban smaller packaging and pet bottles.

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